दमोह के पटेरा ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की दिशा में बढ़ाया पहला कदम,जबेरा , नरसिंहपुर भी साथ..
दमोह: देश में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की अवधारणा को साकार करने की दिशा में दमोह जिले की नगर परिषद पटेरा ने पहली पहल की है। पटेरा नगर परिषद ने सर्वसम्मति से इस आशय का प्रस्ताव पारित किया है। पड़ोसी जिले नरसिंहपुर की नगर पालिका परिषद भी इस मुहिम में शामिल हो गई है, जहां केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल की उपस्थिति में समान प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया।
इन नगरीय निकायों द्वारा अपनी परिषदों की बैठकों में पारित प्रस्तावों को अब राष्ट्रपति को भेजा जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य देश में नगरीय निकाय, त्रि-स्तरीय पंचायत, विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक ही समय पर कराने की मांग करना है। हालांकि, इन प्रस्तावों में विशेष रूप से विधानसभा और लोकसभा चुनावों को एक साथ कराने पर अधिक बल दिया जा रहा है।
पटेरा नगर परिषद अध्यक्ष कमलरानी अहिरवार ने गुरुवार को एक विशेष बैठक का आयोजन किया, जिसमें ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का प्रस्ताव रखा गया। इस प्रस्ताव को सभी पार्षदों ने बिना किसी विरोध के पारित कर दिया। इस निर्णय के बाद, यह प्रस्ताव राष्ट्रपति को भेजा जाएगा, जिसमें विधानसभा और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराने की पुरजोर मांग की जाएगी।
यह मुहिम प्रदेश की सभी नगरीय निकायों में शुरू करने की योजना है। नरसिंहपुर नगर परिषद में आयोजित विशेष बैठक में स्वयं केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल मौजूद रहे, जिससे इस पहल को और अधिक महत्व मिला है। दमोह जिले में पटेरा नगर परिषद ने इस दिशा में सबसे पहले कदम उठाया है, और उम्मीद है कि आने वाले समय में अन्य नगर परिषद और नगर पालिकाएं भी इसका अनुसरण करेंगी। उल्लेखनीय है कि यह प्रस्ताव मुख्य रूप से भाजपा शासित नगर निकायों में पारित हो रहा है। कांग्रेस के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष वाले निकायों में इस प्रस्ताव पर क्या रुख रहेगा, यह भविष्य में देखने वाली बात होगी।
राज्य व केंद्र के चुनाव एक साथ क्यों जरूरी:
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा गया है कि अलग-अलग चुनाव कराने से अलग-अलग व्यवस्थाओं पर भारी खर्च आता है। विधायक और सांसद का चुनाव एक साथ कराने से समय, संसाधन और प्रशासनिक खर्चों की बचत होगी। इसके साथ ही, देश के विकास कार्यों में निरंतरता बनी रहेगी, क्योंकि बार-बार लगने वाली लंबी चुनाव आचार संहिता से बचा जा सकेगा। एक साथ चुनाव होने से चुनावी खर्च में भारी कमी आएगी और सुरक्षा बलों, शिक्षकों तथा प्रशासनिक अधिकारियों को बार-बार चुनावी ड्यूटी से मुक्ति मिलेगी। चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों को भी बार-बार चुनाव प्रचार पर बड़ी धनराशि खर्च नहीं करनी पड़ेगी, जिससे धन का सदुपयोग हो सकेगा।
मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने में सहायक:
प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि यदि नगरीय निकाय व त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों को भी विधानसभा व लोकसभा चुनावों के साथ जोड़ा जाए, तो मतदाताओं की भागीदारी बढ़ेगी। एक साथ चुनाव होने से एक ही बार में सभी स्तर के प्रतिनिधियों का चुनाव हो सकेगा, जिससे मतदाताओं को अपना दल और प्रत्याशी चुनने में सुविधा होगी और चुनाव में धांधली के आरोपों को भी कम किया जा सकेगा।
संवैधानिक और व्यावहारिक समाधान की अपेक्षा:
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को कानूनी रूप देने के लिए संसद में विधेयक पारित करने की मांग उठ रही है। इसी क्रम में पटेरा नगर परिषद द्वारा की गई यह पहल जिले में पहली है। परिषद ने मांग की है कि इसे कानूनी रूप से स्वीकार किया जाए और आगामी चुनावों से इसे लागू किया जाए, ताकि चुनाव आयोग आवश्यक तकनीकी और प्रशासनिक संसाधन जुटा सके।
भाजपा उपाध्यक्ष अरुण तिवारी की उपस्थिति में पारित:
पटेरा नगर परिषद में यह प्रस्ताव भाजपा उपाध्यक्ष अरुण तिवारी की मौजूदगी में पारित किया गया। इस अवसर पर नगर परिषद अध्यक्ष कमलरानी अहिरवार, उपाध्यक्ष दीपक ताम्रकार, पार्षद अमर सिंह लोधी, पार्षद कन्नू, पार्षद पुष्पेंद्र सोनी सहित अन्य पार्षद उपस्थित रहे।
पटेरा नगर परिषद की यह पहल ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो देश में चुनावी सुधारों की बहस को और आगे बढ़ा सकती है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अन्य नगरीय निकाय और केंद्र सरकार इस दिशा में क्या कदम उठाती हैं।
एक राष्ट्र एक चुनाव को लेकर तेंदूखेड़ा मंत्री लोधी ने भी ली बैठक..
दमोह जिले की सबसे बड़ी विधानसभा जबेरा के अंतर्गत नगर परिषद तेंदूखेड़ा में स्थानीय विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संस्कृति पर्यटन धार्मिक न्यास एवंधर्मस्य विभाग मंत्री ने नगर परिषद अध्यक्ष सहित समस्त पार्षदों के बीच एक राष्ट्र एक चुनाव का प्रस्ताव रखा जिसमें सभी ने अपनी सहमति प्रदान की।

मंत्री लोधी ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव होने से आर्थिक बचत, कार्यकाल की समय अवधि एवं मतदाताओं को जागरूकता होगी क्योंकि विधानसभा के तुरंत पश्चात संसद के चुनाव आ जाते हैं जिससे कि आचार संहिता लागू होती है इस वजह से सरकारी कामकाजों में विलंब होता है। इसके साथ ही सरकार का पैसा भी बर्बाद हो जाता है और विकास कर रुक जाते हैं। इसलिए देश प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आप सभी की सहमति मांगी है।

इसके पश्चात मां कर्मा देवी जयंती के अवसर तेंदूखेड़ा में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ एवं अखिल भारतीय गुड़रिया महसभा के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में सहभागिता कर स्थानीय कार्यक्रमों में सम्मिलित हुए।
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