श्रीराम विवाह की कथा सुन धन्य हुए श्रद्धालु

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किशोरी वैष्णवी गर्ग ने कहा कि राम जी का विवाह सम्पन्नता का प्रतीक हैं और शिव भगवान का विवाह सादगी का प्रतीक है

दमोह :मागंज वार्ड नं पांच में चल रही संगीतमय श्री राम कथा
राम राजा दशरथ के घर पैदा हुए थे और सीता राजा जनक की पुत्री थी। मान्यता है कि सीता का जन्म धरती से हुआ था। राजा जनक हल चला रहे थे उस समय उन्हें एक नन्ही सी बच्ची मिली थी जिसका नाम उन्होंने सीता रखा था। सीता जी को “जनकनंदिनी” के नाम से भी पुकारा जाता है।
एक बार सीता ने शिव जी का धनुष उठा लिया था जिसे परशुराम के अतिरिक्त और कोई नहीं उठा पाता था। राजा जनक ने यह निर्णय लिया कि जो भी शिव का धनुष उठा पाएगा सीता का विवाह उसी से होगा। 

सीता के स्वयंवर के लिए घोषणाएं कर दी गई। स्वयंवर में भगवान राम और लक्ष्मण ने भी प्रतिभाग किया। वहां पर कई और राजकुमार भी आए हुए थे पर कोई भी शिव जी के धनुष को नहीं उठा सका।
राजा जनक हताश हो गए और उन्होंने कहा कि “क्या कोई भी मेरी पुत्री के योग्य नहीं है?” तब महर्षि वशिष्ठ ने भगवान राम को शिव जी के धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाने को कहा। गुरु की आज्ञा का पालन करते हुए भगवान राम शिव जी के धनुष की प्रत्यंचा चढ़ाने लगे और धनुष टूट गया।

इस प्रकार सीता जी का विवाह राम से हुआ। भारतीय समाज में राम और सीता को आदर्श दंपत्ति (पति पत्नी) का उदाहरण समझा जाता है। राम सीता का जीवन प्रेम, आदर्श, समर्पण और मूल्यों को प्रदर्शित करता है।
भगवान श्री राम का विवाह उत्सव मनाया गया। जैसे ही किशोरी वैष्णवी गर्ग जी ने प्रभु राम के विवाह का प्रसंग सुनाया चारो तरफ आओ सखियों मिल गाओ बधाई राम की बारात जनकपुर आई, आओ सखी गावो बधाई राम का विवाह आओ रे.., से कथा प्रांगण गूंजने लगा। श्री रामायण कथा में प्रभु राम व शिव की महिमा का वर्णन करते हुए।
किशोरी जी ने कहा कि दोनों विवाह हमें संदेश देते हैं कि अगर आप सम्पन्न हैं तो राम की तरह विवाह धूमधाम से करें। नहीं तो शिव की तरह सादगी से करें। समाज की रीति रिवाजों को दूर कर सामाजिक प्रथा की शर्म न करते हुए। कर्ज लेकर अपने बच्चों की शादी न करें। इस दौरान प्रज्ञा भारती ने सिया रघुवर जी के संग परन लागी भंवरिया, झुक जाइयो तनिक रघुवीर सिया मेरी कहती है, .. जैसे राम विवाह के भजनों का भी गुणगान किया ।श्री राम कथा में मुख्य श्रोता एवं वार्ड वासी पार्षद अभिषेक तिवारी, कृष्णा तिवारी ,मनीष अवस्थी,अमर सिंह राजपूत,ब्रिज राज तिवारी जी,विनोद साहू जी,मदन सिंह राजपूत जी,,मनोज प्यासी जी,राजकुमार पाठक,पुरषोत्तम पटेल,ध्रुव सिंह सेंगर,राज दुबे,स्वप्निल सिंह,विमल यादव,अजय सरवरिया,योगेश सोनी,अनुराग नामदेव,उमेश अठ्या,हल्ले विश्वकर्मा,

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