14 नवंबर से शुरू हो रहे स्वदेशी मेला का हुआ भूमि पूजन..

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14 नवंबर से शुरू हो रहे स्वदेशी मेला का हुआ भूमि पूजन

प्रांत समन्वय महाकौशल प्रांत कपिल मलैया, पुलिस अधीक्षक श्री सोमवंशी और संयोजक सोनल राय ने किया भूमिपूजन

दमोह। स्वदेशी मेला प्रगति की ओर बढ़ता हुआ भारत, उन्नत भारत का शुभारंभ दमोह शहर के तहसील ग्राउंड में दिनांक 14 नवंबर 2024 से 24 नवंबर 2024 तक प्रारंभ होने जा रहा है। जिसकी तैयारियां जोर-जोर से चल रही है, इसी को लेकर गुरुवार शाम को तहसील ग्राउंड में प्रांत समन्वयक कपिल मलैया, पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी, संयोजक डॉ. सोनल राय, राजेश शर्मा प्रांत महाविद्यालय प्रमुख, (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) जिला प्रचारक भईयन कुमार, (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ) जिला सह कार्यवाह महेंद्र पटेल, विभाग मेला संयोजक प्रताप पटेल, पूर्ण कालिक स्वदेशी मंच मनोहर पथरोल,  विभाग प्रचार प्रमुख दीपक तिवारी, जिला प्रचार प्रमुख विक्रम साहू,  मेला सहसंयोजक डॉ. मोनिका पालीवाल, डॉ. प्रिया श्रीवास्तव, सीमा जाट, संगीता श्रीधर, सौरभ दुबे के अलावा और भी जन मौजूद रहे. बता दे की स्वदेशी मेल ने अपनी पहचान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हर मेले में राज्य की संस्कृति, कला, हस्तशिल्प, खानपान आदि की झलक देखने को मिलेगी. मेले में घरेलू उपयोगी उत्पाद, हैंडीक्राफ्ट व हैंडलूम, इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल, आरोग्य, शिक्षण विज्ञान व तकनीकी रक्षा, पर्यटन मुख्य सुविधाएं व मेला आकर्षण रहेगा. प्रांत  समन्वयक  कपिल मलैया ने कहा एक प्रथम स्वदेशी मेला होगा, बहुत ही अच्छा विषय है ये स्वदेशी मेलों की श्रृंखला बुंदेलखंड में पिछले वर्ष सागर से शुरू हुई.

सागर, टीकमगढ़ और अब ये इस वर्ष यहां करेगी. आठ मेले अपने इस क्षेत्र में होने वाले हैं. स्वदेशी मेला की संकल्पना यह है कि जो स्वदेशी का विचार है, स्वावलंबी का विचार है. इसकी बड़ी जरूरत में सभी देश अपने स्वदेशी की तरफ बढ़ रहे हैं और भारत में क्योंकि युवा जनसंख्या बहुत बड़ी है, 50,00,00,000 से ऊपर है, विश्व की सबसे बड़ी युवा जनसंख्या है. उसको सही दिशा करने के लिए स्वागतोखन और स्वदेशी की आवश्यकता है. जैसी मेला एक बहुत अच्छा माध्यम बन जाता है, जिसमें संस्कृति, आर्थिक गतिविधि, सांस्कृतिक गतिविधियों और अपने जो भौतिक विचार हैं, उन सबको एक साथ समावेश करने का मौका मिलता है. तो ये क्योंकि पहला मेला है.थोड़ा इसका मध्यम रहेगा, लगभग इस समय कम से कम 15 राज्यों के कलाकार की प्रस्तुतियां देंगे. स्थानीय कलाकारों को पूरा मौका दिया जाएगा और अच्छी मेले में कम से कम पांच छः ऐसे स्टार्टअप निकलते हैं जो स्थापित उद्यमी, व्यापारी बन जाते हैं. तो यह भी इसमें प्रयास रहेगा और इसमें 14 नवंबर से 24 नवंबर यह मेला यहाँ होने वाला है और पूरी जो हमारी आँख की टोली है सभी को हम लोग बहुत-बहुत शुभकामनाएं देते हैं परंतु यह मेले में क्योंकि यह प्रथम प्रयास है, तो आप सब का भरपूर सहयोग मिलेगा।  ये मेला आपको वो अनुभूति करा के जाएगा जो आपने कभी अभी तक नहीं देखी होगी.जैसे अभी आप सुन रहे थे की उनको बचपन की यादें हैं मेले की तो उनका बचपन जागृत हो गया. पूरा इसमें ऐसे ही हर व्यक्ति को जो इस मेले में आएगा कुछ अलग अनुभूति हुई. सामान्य मेलों से यह कर रहे हैं इसमें क्योंकि एक सांस्कृतिक सौहार्द भी वातावरण के अंदर सब कार्य होंगे, तो जो भारत में सोच रही है हमेशा से पुरातन काल से अर्थ और समाज एक साथ चलते रहे हैं, उसका एक बहुत बड़ा उदाहरण है. हम प्रस्तुत होंगे.  इसका समय 14 से 24 नवंबर और समय इसका लगभग 12:00 बजे से रात का होता है, परंतु भारतीय संस्कृति की जो गतिविधियों रहेंगी, आपको यहाँ आपकी सांस्कृतिक गतिविधियों बहुत अच्छी मिलेंगी.  फिर इसके साथ में भारतीय संस्कृति से संबंधित बहुत सारी गतिविधियों स्कूलों में भी संपन्न करी जाती हैं. अभी अभी समय थोड़ा कम है यहाँ पर और इसके अलावा इस मेले के दौरान भी गतिविधियों, सांस्कृतिक खेल के इत्यादि देखने को मिलेंगे. पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा स्वदेशी मेले के सम्बन्ध में जो भूमि पूजन का प्रोग्राम था वो संपन्न हुआ हैं और आने वाले मेले के लिए के लिए मेरी शुभकामनाएं होंगी। उसके सम्बन्ध में जो-जो मदद होनी चाहिए,वो हम लोग करेंगे.साथ ही मैं इस सम्बंध में हमें यहाँ पर थोड़ा जगह मिलेगी. तो हम भी महिला सुरक्षा, साइबर सुरक्षा के सम्बन्ध में एक स्टॉल लगाएगे. मेरी शुभकामनाएं रहेंगी और अब सभी इसमें शामिल होंगे. जो हमारे नए कानून है उनके लिए हम लगातार आपका जगह पर प्रदर्शनी अर्पित करते रहे. तो जो स्टॉल की हम मांग कर रहे है तो उसमें इनको भी शामिल करे और प्रयास करेंगे कि वहां पर किसी व्यक्ति को बैठा कर उसके विषय में थोड़ी बहुत जानकारी लोगों को दी जाएगी.संयोजक डॉ सोनल मलैया ने कहा आप सभी ने इस कार्यकारिणी का जो पहला चरण था, भूमि पूजन उसमें आप और मैं चाहती हूँ आप सभी का सहयोग रहे ताकि यह मेला सफल हो और मैं बताना चाहूंगी की मातृ शक्ति की तरफ से शायद मेला पहली बार आयोजित किया जा रहा है. तो मुझे ये जिम्मेदारी दी है जो आप सभी के सहयोग से ही मैं पूरी कर पाऊंगी तो और बहुत- बहुत धन्यवाद. मेरी मातृ शक्ति, जो पूरा सहयोग मुझे दे रही है,निरंतर और आगे भी आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद.

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