भृत्य ने की कलेक्टर से लेकर कमिश्नर तक शिकायत..

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पूर्व डीईओ एसके मिश्रा पर भ्रष्टाचार का आरोप..
भृत्य ने की कलेक्टर से लेकर कमिश्नर तक शिकायत
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दमोह- दमोह जिले के स्कूलों में मरम्मत अनुरक्षण व्यय के नाम पर बड़ा घोटाला सामने आया है, कुल 137 स्कूलों के लिए 4 करोड़ 11 लाख रुपए की राशि आई थी। लेकिन इसमें से आधी रकम करीब दो करोड़ रुपया तत्कालीन डीईओ एसके मिश्रा डकार गए हैं। इनके द्वारा किए गए इस भ्रष्टाचार की शिकायत किसी प्राचार्य ने नहीं की हैं, क्योंकि वह भी इनके भ्रष्टाचार में बराबर के सरीक थे। इस महा भ्रष्टाचार का पुलिंदा खोला है तो स्कूल के अंतिम पंक्ति कर्मचारी भृत्य ने, जिसने कलेक्टर से लेकर लोक शिक्षण संचालनालय आयुक्त तक दस्तावेजी साक्ष्यों सहित शिकायत प्रेषित की है। तत्कालीन डीईओ एसके मिश्रा गंगा जमना स्कूल सेटिंग मामले में अपना मुंह काला करवाकर हटाए गए थे, वर्तमान हटा डाइट प्राचार्य के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

जब दमोह में डीईओ के पदभार पर एसके मिश्रा पदस्थ थे, तब उन्होंने भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा लांघ दी थी। शासकीय हाईस्कूल विनती में भृत्य के पद पर पदस्थ राजेंद्र कुमार अवस्थी ने इनका काला चिठ्ठा खोला तो कई आश्चर्यजनक घोटाले सामने आए हैं। आपको बता दें लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा 2 अगस्त 2022 को दमोह जिले के 137 स्कूलों की मरम्मत व अनुरक्षण व्यय के लिए 3 लाख रूपए प्रति स्कूल के हिसाब 4 करोड़ 11 लाख रुपए आवंटित किए गए थे। साथ ही उन्हें खर्च करने के लिए आयुक्त अभय वर्मा 26 अक्टूबर 2022 को नियम निर्देशिका जारी की थी। जिसके अनुसार जो भवन पांच साल के भीतर निर्मित हुए हैं, इनमें मात्र बाहरी पुताई की जानी थी। इसके अलावा जो हाईस्कूल स्वयं के भवन में नहीं लग रहे थे वहां भी राशि खर्च नहीं होना थी।

बाहरी पुताई पर खर्च कर दिए 49 लाख

पूर्व डीईओ एसके मिश्रा ने प्राचार्यों और स्थानीय भाजपा नेता रूपी ठेकेदारों की मिली भगत से उन स्कूलों में भी बिना कार्य के राशि खर्च होना दर्शाया गया है, जहां केवल बाहरी पुताई होना थी। ऐसे पांच साल के अंदर वाले 18 स्कूल भवन हैं, जिनमें मात्र पुताई होना थी, लेकिन पूरी मरम्मत अनुरक्षण व्यय की राशि प्रति स्कूल 3 लाख रूपए निकालते हुए इन पर 49 लाख 62 हजार 120 रूपए खर्च किए गए हैं। हाईस्कूल फतेहपुर, बेलापुरवा, टोरी, मारूताल, जोरतला खुर्द, उमरी, रजपुरा, सिंगपुर, खमरिया बिजौरा, बनगांव, कुमेरिया, सीतानगर, जेरठ, असलाना, तारादेही, सर्रा, तेंदूखेड़ा व सैलवाड़ा स्कूल शामिल हैं। जहां के प्राचार्य, स्थानीय भाजपा नेता व पूर्व डीईओ एसके मिश्रा के गठजोड़ से राशि हड़पी गई है।

स्वयं के भवन नहीं फिर भी खर्च राशि

दमोह जिले में 19 हाईस्कूल भवन ऐसे हैं, जो माध्यमिक स्कूलों में लग रहें हैं यानि स्वयं के भवन नहीं हैं, फिर भी ऐसे स्कूलों में राशि खर्च की गई हैं, जबकि ऐसे स्कूलों में राशि खर्च करने की मनाही थी। ऐसे स्कूलों से 56 लाख 85 हजार 623 रूपए का सीधा घोटाला किया गया हैं, जहां पर एक किलो कलई भी पोतने का खर्च नहीं किया गया है। इस मामले में भी स्थानीय भाजपा नेता, स्कूल प्राचार्य व पूर्व डीईओ एसके मिश्रा की मिली भगत रही हैं। इन स्कूलों हाईस्कूल हिनौती पुतरीघाट, पतलौनी, ससना कला, भटिया, कोटा, बिलाखुर्द, पटेरा, कुड़ई, भैंसा, कलकुआ, विनती, फतेहपुर, वीरदुर्गादास दमोह, आमखेड़ा, आनू, रंजरा, सादपुर, सासा और पौड़ी मानगढ़ शामिल हैं।

सूची में नहीं फिर भी उपकृत

पूर्व डीईओ एसके मिश्रा द्वारा नियमों के विपरीत कार्य किए गए हैं, उन्होंने अपने विशेष कृपा पात्र प्राचार्य को लाभ पहुंचाने के लिए उनका स्कूल 137 स्कूलों की सूची में शामिल नहीं था, लेकिन इन्होंने इस 138 वें स्कूल को भी राशि जारी कर दी है। यह निमरमुंडा हाईस्कूल है, जिसके लिए 2 लाख 97 हजार 871 रुपए की राशि जारी की गई।

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