रिश्वतखोर ऑडिटर धान बेचकर मिला पैसा लेकर रंगे हाथ पकड़ा गया
दमोह: सहकारिता विभाग में तैनात एक ऑडिटर को लोकायुक्त ने 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपी ऑडिटर एक समिति प्रबंधक से ऑडिट रिपोर्ट में गड़बड़ी न निकालने के एवज में रिश्वत मांग रहा था।
धान बेचकर जुटाए पैसे:
पीड़ित समिति प्रबंधक के पास रिश्वत देने के लिए पैसे नहीं थे। उसने अपनी 14 क्विंटल 80 किलो धान बेचकर 15 हजार रुपये जुटाए और लोकायुक्त पुलिस को सौंप दिए। लोकायुक्त पुलिस ने इस रकम में विशेष रसायन मिलाकर आरोपी ऑडिटर को दिया। जैसे ही आरोपी ने यह रकम ली, उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
लोकायुक्त की कार्रवाई:
लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी ऑडिटर के हाथ धुलवाए और उसकी पैंट जब्त की। पूरी कार्रवाई सहकारिता कार्यालय में ही की गई।
क्या था मामला:
पीड़ित समिति प्रबंधक का दावा है कि वह ईमानदारी से काम करता है और उसकी समिति में कोई गड़बड़ी नहीं है। इसके बावजूद आरोपी ऑडिटर उस पर 20 हजार रुपये रिश्वत देने का दबाव बना रहा था।
पीड़ित ने लोकायुक्त में शिकायत दर्ज कराई। लोकायुक्त पुलिस ने पूरी जांच के बाद आरोपी को रंगे हाथ पकड़ा।
आवेदक :_ जीवन लाल पटेल प्रभारी समिति प्रबंधक सहकारी समिति खिरिया मड़ला जिला दमोह।
आरोपी -:-रमेश प्रसाद कोरी अंकेक्षण अधिकारी सहकारिता विभाग दमोह।
घटनास्थल_ कार्यलय सहायक आयुक्त सहकारिता जिला दमोह ।
रिश्वत राशि-15000/- रुपये।
विवरण* आवेदक की सहकारी समिति खिरिया मड़ला में ऑडिट करने और उसमें कोई आपत्ति नहीं निकालने के एवज में 15000रुपये रिश्वत की मांग की थी जो आज 15,000/- रूपये लेते हुए दिनांक 27/12/24 को पकड़े गए।
*ट्रैपकर्ता* :- निरीक्षक के पी एस बैन
ट्रेप दल सदस्य – , उप पुलिस अधीक्षक बी एम द्विवेदी, आरक्षक आशुतोष व्यास, अरविंद नायक, विक्रम सिंह, संतोष गोस्वामी, गोल्डी पासी एवं दो स्वतंत्र पंचसाक्षी।
More Stories
राज्य अन्तर्विश्वविद्यालयीन क्रिकेट पुरुष प्रतियोगिता का आयोजन 28, 29 एवम 30 दिसम्बर को..
दमोह में नव वर्ष पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम..
धान घोटाले में बड़ी कार्रवाई, कलेक्टर ने (जोरतला) समिति प्रबंधक को नोटिस जारी किया..कलेक्टर का कड़ा रुख: हर्रई गोदाम समिति प्रबंधक पर गिरी गाज..