दमोह पुलिस की बड़ी सफलताः 15 वर्ष से फरार हत्या के आरोपी को किया गिरफ्तार..
दमोह पुलिस ने 15 वर्षों से फरार चल रहे हत्या के आरोपी को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। यह गिरफ्तारी पुलिस अधीक्षक दमोह श्री श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री संदीप मिश्रा के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत सायबर टीम की मदद से गई है।
मुख्य बिंदुः
- आरोपी की पहचान और अपराधः
आरोपी अरविंद उर्फ बबलू दवे, ग्राम तिदुआ, थाना बटियागढ़ का निवासी है।
वह 15 वर्षों से हत्या (घारा 302 ताहि.), हत्या का प्रयास (घारा 307 ताहि.), दंगे (पारा 147, 148, 149 ताहि.) और आर्म्स एक्ट
(धारा 25/27) जैसे गंभीर अपराधों में वांछित था।
आरोपी के खिलाफ थाना दमोह देहात (अप.क्र. 72/11), थाना बटियागढ़ (अप.क्र. 209/11), और थाना रायसेन (अप.क्र.
- पुलिस अधीक्षक द्वारा विशेष अभियानः
- पुलिस अधीक्षक दमोह के मार्गदर्शन में जिला भर में फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष अभियान चलाया जा रहा
था।
इस अभियान में सायबर और विशेष टीमों को फरार आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए सक्रिय किया गया था।
- संचार और तकनीकी साक्ष्यः
25 फरवरी 2025 को सायबर टीम को तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जानकारी मिली कि आरोपी बबलू दुबे नि. तिंदुआ थाना
बटियागढ़ संपर्क क्रांति ट्रेन क्र. 22686 से दिल्ली से पुणे जा रहा है,
पुलिस अधीक्षक ने तत्काल जीआरपी भोपाल को सूचित किया, ताकि आरोपी की तस्दीक की जा सके और उसे गिरफ्तार किया जा सके।
- जीआरपी भोपाल और दमोह पुलिस की संयुक्त कार्रवाई:
जीआरपी भोपाल और दमोह पुलिस टीम ने मिलकर आरोपी बबलू दुबे को पुणे जाते समय अपनी अभिरक्षा में लिया।
- यह गिरफ्तारी पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सही समन्वय का परिणाम श्री।
- गिरफ्तारी में प्रमुख पुलिसकर्मियों की भूमिकाः
- थाना प्रभारी बटियागढ़ निरी, नेहा गोस्वामी, थाना प्रभारी कोतवाली निरी. आनंद राज, थाना प्रभारी दमोह देहात मनीष कुमार, उपनिरी, शेषकुमार दुबे, सायबर टीम के प्र.आर.280 राकेश अठ्या, प्र.आर. 35.3 सौरभ टंडन, आर 31 रोहित राजपूत, आर.37 मयंक दुबे और थाना कोतवाली दमोह से प्र.आर. 910 डेलन सिंह, आर. 148 प्रदीप शर्मा, प्र.आर.3418 आदित्य साहू (क्राईम ब्राँच भोपाल) की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
इन पुलिसकर्मियों ने टीमवर्क और तकनीकी साक्ष्यों का उपयोग करके आरोपी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।
- पुलिस की तत्परता और प्रतिबद्धताः
यह गिरफ्तारी पुलिस की तत्परता, समर्पण और कड़ी मेहनत का परिणाम है।
- पुलिस ने यह साबित किया कि कोई भी अपराधी चाहे कितने भी वर्षों तक भागे, पुलिस उसे पकड़ने में सक्षम है।
यह कार्रवाई समाज में यह संदेश देती है कि कानून से बचकर भागने वाले अपराधी कभी न कभी न्याय के शिकंजे में फंसते हैं।
- समाज में सुरक्षा का संदेशः
पुलिस द्वारा की गई इस सफल गिरफ्तारी से वह साबित होता है कि दमोह पुलिस अपने क्षेत्र में अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था
को बनाए रखने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
समाज में सुरक्षा का अहसास दिलाने के लिए पुलिस अपनी कार्रवाई में पूरी गंभीरता से लगी हुई है।
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