पुस्तक मेले में चौथे दिन बड़ी संख्या में पहुंचे लोग
1000 से अधिक अभिभावकों ने चौथे दिन खरीदी पुस्तकें, स्टेशनरी सामग्री, यूनिफॉर्म एवं जूते
दमोह : 30 मार्च 2025
पुस्तक मेले की सफलता को देखते हुए चौथे दिन स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में अभिवावकगण पुस्तक एवं अन्य सामग्री खरीदने पहुंचे दुकानों पर खरीदारी करने आ रहे हैं। शहर सहित आसपास के लोग पुस्तक मेले में आ रहे हैं जहां एक और सरलता से लोगों को पुस्तके उपलब्ध हो रही हैं।
तेजगढ़ में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत पुरानी बावड़ी के सफाई एवं जीर्णोद्धार कार्य का हुआ शुभारंभ
दमोह :
तेजगढ़ में जल गंगा संवर्धन अभियान अंतर्गत पुरानी बावड़ी के सफाई एवं जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया गया। श्रमदान कार्य कर अभियान की शुरुआत की गई।
यह अभियान केवल तेजगढ़ क्षेत्र ही नहीं, बल्कि समूचे प्रदेश की प्राचीन धरोहरों एवं जल संरचनाओं को सहेजने, संवारने एवं पुनर्जीवित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस अवसर पर नितेंद्र सिंह, हरि सिंह, बट्टू यादव, भारत सिंह, देवेंद्र सिंह, वेडी सिंह, संग्राम सिंह, डॉ. अनूप सिंह, जाहर सिंह, भोजराज जैन, विनजय जैन, राजकुमार सिंह, अखलेश सिंह, हेमेंद्र सिंह, राजीव बड़ेराय, गोलू सोनी, कमलेश साहू, पवन यादव, दुर्गेश दुबे, लक्ष्मण सिंह लोधी, सीईओ जनपद मनीष बागरी, एसडीओ, उपयंत्री, पंचायत सचिव एवं सहायक सचिव, नवांकुर संस्था हेल्पिंग हैंड्स फाउंडेशन के सदस्य सहित गणमान्य नागरिकों ने श्रमदान किया।
जल संरक्षण एवं धरोहर पुनर्जीवन की दिशा में बड़ा कदम
इस अभियान से न केवल जल संरक्षण को बढ़ावा मिला, बल्कि एक ऐतिहासिक धरोहर को पुनर्जीवित करने का कार्य भी संपन्न हुआ। संस्था के पदाधिकारियों ने संकल्प लिया कि भविष्य में भी प्रदेशभर में प्राचीन जल संरचनाओं के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए सतत कार्य किया जाएगा।
पटेरा में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत की गई बावड़ी की सफाई
दमोह :
नगर परिषद पटेरा के वार्ड क्रमांक 08 में बावड़ी की सफाई जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सफाई की गई।
इस दौरान बावड़ी की सीढ़ियों का मलवा साफ किया गया। पानी में चोई, पॉलिथीन आदि को निकाल कर बावडी के ऊपर चारों तरफ का कचरा ट्रॉली में भरकर कचरे का निस्तारण किया गया। आज के सफाई अभियान में आमजनों ने सहभागिता कर श्रमदान किया गया। अभियान में पार्षद गण, उपयंत्रि, नगर के गणमान्य नागरिक, जन अभियान की नवांकुर संस्था के सदस्य, नगर परिषद के अध्यक्ष, सफाई कर्मियों ने मिलकर श्रमदान किया।
समाचार के साथ फोटो 04 से 06 तक
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जनपद पंचायत दमोह अंतर्गत ग्राम समन्ना में प्राचीन बावड़ी की सफाई की गई
दमोह : 30 मार्च 2025
जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ समन्ना में बाबड़ी पूजन एवं सफाई अभियान के साथ किया गया। ग्राम पंचायत समन्ना द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान का शुभारंभ 30 मार्च को किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ धर्मेंद्र पटैल, ईस्वर सिंह, निखिल सिंह, सुखराम, सुग्रीव पटैल, नीरज पटेल, सब इंजीनियर सौरभ ठाकरे सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिकगण की उपस्थिति रही। इस अवसर पर श्रीकांत नेहरू एवं राजकुमार सेन द्वारा जल संरक्षण की शपथ दिलाई गई। इसके उपरांत बाबड़ी में सफाई एवं संरक्षण हेतु श्रमदान किया गया।
जटाशंकर पार्क के पास लगाया गया 17 वां जैविक/प्राकृतिक खेती उत्पाद हाट बाजार
12 किसानों द्वारा अपने जैविक प्राकृतिक खेती से उत्पादित उत्पाद विक्रय हेतु लाए गए
लगभग 200 से अधिक क्रेतागण पहुँचे जैविक उत्पाद खरीदने
लगभग 15 हजार से अधिक राशि की कृषकों की हुई विक्री
17 वे हाट बाजार तक लगभग 4 लाख 55 हजार से अधिक के जैविक उत्पादों का कृषकों द्वारा किया जा चुका है विक्रय
दमोह : 30 मार्च 2025
दमोह जिले के जन प्रतिनिधियों एवं किसान संगठनों की मांग पर जिला प्रशासन द्वारा लिए गए निर्णय अनुसार 17 वां जैविक/प्राकृतिक खेती उत्पाद हाट-बाजार रविवार को भी विगत रविवारों की भांति प्रात: 10 बजे से शाम 04 बजे तक जटाशंकर पार्क के पास जैविक/प्राकृतिक खेती से उत्पादित हानिकारक रसायन रहित उत्पाद क्रय-विक्रय हेतु हाट-बाजार लगाया गया। 12 कृषको द्वारा विभिन्न 25 प्रकार से अधिक जैविक उत्पाद उनमें कोदों, कुटकी, रागी, काला गेहूँ, सोना मोंती गेहूँ का आटा, बेसन, ज्वार, मक्का, बाजरा से बने उत्पाद आटा, दलिया, रागी के लड्डू, बिस्किट, मोटे अनाज का आटा, तिल के लड्डू, मूगफली के लड्डू, मूगफली की चिक्की, मूँग की दाल, उडद की दाल, चना की दाल, अरहर की दाल, मल्टी ग्रेन आटा, मौसमी हरी सब्जियों में पालक की भाजी, मैंथी की भाजी, बैगन, आलू, टमाटर, सूरन,, हरी धनियां, हरी मिर्च, लौकी, अदरक का मुरब्बा, मसरूम, मसरूम पाऊडर, मैसमी फलो में अमरूद, आंवला, पपीता, नीबू, देशी गाय का घी आदि उत्पादों का विक्रय किया गया।
उप संचालक कृषि ने बताया इस हाट बाजार में सिंगल यूज पॉलीथिन प्रतिबंधित रहीं। इस हटा-बाजार में लगभग 200 से अधिक क्रेतागणों ने उत्पाद खरीदे। आजीविका मिशन के स्व-सहायता समूह द्वारा कपड़े के थैले विक्रय के लिए एक स्टॉल लगाया गया। विक्रेता कृषकों एवं क्रेताओं में काफी उत्साह देखने को मिला।
ज्ञात हो जैविक/प्राकृतिक कृषि उत्पाद वे उत्पाद हैं जो रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों और हानिकारक रसायनों का उपयोग किए बिना उगाए जाते हैं। इन उत्पादों को उगाने में जैविक खाद, हरी खाद, प्राकृतिक कीटनाशक और परंपरागत खेती के तरीकों तथा प्राकृतिक खेती में गाय के गोबर और गौमूत्र से तैयार जीवामृत, घन जीवामृत, बीजामृत, दशपर्णी अर्क, ब्रह्मास्त्र, नीमास्त्र आदि का उपयोग किया जाता है।
जैविक एवं प्राकृतिक खेती से पर्यावरण, मिट्टी की उर्वरता और मानव स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद मानी जाती है।
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