शनि जयंती पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, श्री शिव शनि हनुमान मंदिर में दिनभर चले धार्मिक अनुष्ठान..

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शनि जयंती पर उमड़ा श्रद्धा का सैलाब, श्री शिव शनि हनुमान मंदिर में दिनभर चले धार्मिक अनुष्ठान..

दमोह – आस्था और श्रद्धा के अद्भुत संगम के रूप में मंगलवार को शनि जयंती का पर्व दमोह जिले के एसपीएम नगर स्थित श्री शिव शनि हनुमान मंदिर में बड़े ही श्रद्धामय और भव्य रूप में मनाया गया। अमावस्या और वट सावित्री व्रत के विशेष संयोग के साथ मनाई गई इस शनि जयंती पर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह और उमंग देखने को मिला।

सुबह से ही मंदिर प्रांगण में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। शनि देव को तेल, उड़द, काली तिल एवं अन्य पूजन सामग्री अर्पित कर श्रद्धालुओं ने सुख-शांति और समृद्धि की कामना की। पूरे दिन मंदिर परिसर में पूजा-पाठ, अभिषेक, हवन और धार्मिक अनुष्ठान चलते रहे।

हजारों श्रद्धालुओं ने दिया हवन में आहुति
शाम 5 बजे से प्रारंभ हुए विशाल हवन अनुष्ठान में हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और शनि देव से जीवन में शांति और संकटों से मुक्ति की कामना की। इस आयोजन में मुख्य यजमान के रूप में कपिल खटीक ने विधिवत पूजन संपन्न कराया।

महाआरती में उमड़े सैकड़ों भक्त
संध्याकाल में मंदिर के पुजारी पं. बालकृष्ण शास्त्री के मार्गदर्शन में भव्य महाआरती का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। इस अवसर पर पं. जागेश्वर तिवारी, पं. विनोद पांडे, पं. केशव रावत एवं पं. आचार्य आशुतोष गौतम शास्त्री भी उपस्थित रहे।

पुजारियों ने बताया कि शनि जयंती पर व्रत एवं दान-पुण्य से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। इस दिन नीलम रत्न, उड़द, तिल, काला वस्त्र, तेल, लोहा, भैंस, काली गाय, काले जूते आदि का दान करने से शनि की कृपा प्राप्त होती है और जीवन के कष्टों से मुक्ति मिलती है।

23 वर्ष पुराना मंदिर, विशेष धार्मिक महत्व
एसपीएम नगर स्थित श्री शिव शनि हनुमान मंदिर की स्थापना काशी सुमेरु पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य नरेन्द्रानंद सरस्वती जी के कर कमलों से आज से 23 वर्ष पूर्व की गई थी। इस मंदिर का धार्मिक और चमत्कारी महत्व स्थानीय श्रद्धालुओं में गहराई से विद्यमान है।

पुजारियों ने यह भी बताया कि जैसे चारों धामों की स्थापना आद्य शंकराचार्य ने की थी, वैसे ही शनि उपासना की परंपरा में शिंगणापुर की स्थापना भी विशेष रूप से की गई थी। उसी परंपरा में यह मंदिर भी आस्था का केंद्र बना हुआ है।

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