दमोह: छेड़छाड़ की शिकायत पर पुलिस की निष्क्रियता से नाबालिग ने दी जान, आरोपी गिरफ्तार
दमोह/पथरिया: पथरिया थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका ने छेड़छाड़ की शिकायत के बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न किए जाने से क्षुब्ध होकर आत्महत्या कर ली। परिजनों का आरोप है कि पथरिया पुलिस के ढुलमुल रवैये के कारण आरोपी के हौसले इतने बढ़ गए कि उसने नाबालिग को अकेला पाकर धमकी दी कि यदि उसने जहर खाकर जान नहीं दी तो वह उसके माता-पिता और भाई को गोली मार देगा।
जानकारी के अनुसार, पथरिया थाना अंतर्गत गांव की एक नाबालिग बालिका के साथ गांव के ही दो युवक लगातार छेड़छाड़ कर रहे थे और उन्होंने उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास भी किया था। बालिका ने किसी तरह आरोपियों से खुद को बचाया और अपने माता-पिता को इस बारे में बताया। पीड़ित नाबालिग पहले पथरिया थाना और फिर बटियागढ़ थाने पहुंची, लेकिन परिजनों का आरोप है कि वहां पर आरोपियों से मिलीभगत के चलते पुलिस ने उसकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की। इसके बाद पीड़ित परिवार दमोह एसपी कार्यालय पहुंचा, जहां एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी के निर्देश पर पथरिया पुलिस को मजबूरी में रिपोर्ट दर्ज करनी पड़ी।
हालांकि, रिपोर्ट दर्ज होने के बाद भी पथरिया पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। वह बाद में जेल से जमानत पर आने के बाद फिर से पीड़िता को प्रताड़ित करने लगा। परिजनों का आरोप है कि अब वह सीधे धमकी देता था कि वह जहर खा ले, नहीं तो उसके माता-पिता और भाई को गोली मार देगा।
मृतक युवती के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि बीते 14 मार्च की रात जब उनकी बेटी खेत पर बने घर से बाहर निकली थी, तभी गांव के रहने वाले रामकिशोर ठाकुर ने उसके साथ छेड़छाड़ की थी। परिजनों का यह भी आरोप है कि रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही आरोपी रामकिशोर ठाकुर पीड़िता और उसके परिवार पर लगातार सुलह करने का दबाव बना रहा था। उनका स्पष्ट आरोप है कि पथरिया पुलिस ने इस मामले में समय पर उचित कार्रवाई नहीं की। यदि पुलिस ने तभी गंभीरता दिखाई होती, तो आरोपी के हौसले इतने बुलंद नहीं होते और आज उनकी बेटी जीवित होती। परिजनों ने यह भी सनसनीखेज आरोप लगाया कि आरोपी धमकी देता था कि उसने पुलिस को 50 हजार रुपए दिए हैं और कुछ और रुपए देकर वह फिर छूट जाएगा, लेकिन उनके माता-पिता को गोली मार देगा।
इस दुखद घटना के बाद पुलिस हरकत में आई है। पथरिया थाना प्रभारी सुधीर कुमार बेगी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि फरियादी द्वारा एक लिखित आवेदन पथरिया थाने में दिया गया था, जिसमें रामकिशोर ठाकुर और रामराज ठाकुर द्वारा मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने के कारण उनकी नाबालिग लड़की द्वारा जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने की बात कही गई थी। थाना प्रभारी ने बताया कि फरियादी की रिपोर्ट पर आरोपियों के विरुद्ध तत्काल अपराध दर्ज कर पुलिस टीम को रवाना किया गया था, जिसने एक आरोपी रामराज को हिरासत में ले लिया है। उससे पूछताछ जारी है और उसे शनिवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। पुलिस दूसरे आरोपी रामकिशोर ठाकुर की गिरफ्तारी के लिए भी प्रयास कर रही है। इस घटना ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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