अंधे हत्याकांड का खुलासा

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दमोह – दिनांक 29 जून 23 की शाम 18:56 बजे सूचना मिली की एक अज्ञात मानव नर कंकाल गुबरा जंगल में पडा है, जो सूचना पर मर्ग क्र 44/23 धारा 174 जाफौ के तहत मर्ग पंजीबद्ध कर जांच में लिया गया. उक्त संबंध में थाना कटगी में गुम इंसान क्र 27/23 अज्ञात गुमइंसान सतेन्द्र पिता गोविन्द्र विश्वकर्मा निवासी मोहाल का पंजीबद्ध होना पता चलने से उक्त गुमइंसान के वारसान भाई महेन्द्र, मां रमा, पिता गोविन्द्र तथा अन्य रिस्तेदार मौके पर आये थे. नर कंकाल के पास एक स्टील का कड़ा एवं गमछे का टुकड़ा पडा था जिसे देख कर मृतक का सतेन्द्र के रुप में होना बताया गया लेकिन मृतक का शव लेने से इनकार कर दिया, उसकी मोटर साइकिल और मोबाईल फोन नही मिला है.जो अज्ञात मृतक का डीएनए परीक्षण कराने मृतक के वारसाने द्वारा एक आवेदन पत्र दिया गया, जो मृतक का डीएनए परीक्षण कराने पर शव गुमइंसान सतेन्द्र पिता गोविन्द्र विश्वकर्मा का होना पाया गया. डीएनए रिपोर्ट प्राप्त होते ही पुलिस अधीक्षक सुनील तिवारी, अति. पुलिस अधीक्षक संदीप मिश्रा के निर्देशन एवं एसडीओपी देवीसिंह के मार्गदर्शन में थाना जबेरा प्रभारी विजय अहिरवार द्वारा हमराही उप निरी आलोक तिरपुडे़, उप निरी सियाराम, उप निरी एम.एस कोरकू, सउनि रविशंकर डिम्हा, सउनि मनोज पाण्डेय, प्र.आर 114 संतोष खरे, प्र.आर. 342 रणधीर, म.प्र.आर. 722 स्वाति, आर. 489 वीरेन्द्र, आर. 595 निशांत, आर. 354 दिलीप, आर. 741 राममनोहर म.आर.शशि स्वाति एवं एनआरएस महेन्द्र नामदेव, राजा तिवारी, सुशील, गुलाब लोधी, म.नरस. किरन, सरला एवं सायबर सेल दमोह के उ.नि. अमित मिश्रा प्र.आर. राकेश अठ्या, सौरभ टंडन, अजीत दुबे, आर. कुलदीप ठाकुर की मदद से 02 दिवस में ही संपूर्ण प्रकरण का पाये गये तथ्यों के आधार पर आरोपी मोहन पिता कल्लू एवं आरोपिया शीतल लोधी से पूछताछ कर प्रकरण के साक्ष्य संकलित कर षडयंतपूर्वक एक राय होकर अपराध कारित कर साक्ष्य विलोपित करना पाये जाने से दिनांक 06.12.23 को हिरासत में लेकर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया.

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