दमोह – स्वस्थ, प्रफुल्लित चेहरे से सराबोर रक्तवीरों को पुण्य और यश के प्रतीक स्वरूप श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र देकर मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सरोजिनी जेम्स बेक ने जिला चिकित्सालय सभाकक्ष में सम्मानित किया. अवसर रहा रक्तदान कर जिंदगी बचाने एवं सामाजिक जागृति लाने में सहयोग देने में जुटी रक्तदाता सेवा समितियों, एवं रक्तदाताओं के प्रति आभार दर्शाने का. इस दौरान वरिष्ठ स्त्रीरोग विशेषज्ञ डॉ. संगीता त्रिवेदी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रीता चटर्जी एवं सिविल सर्जन डॉ. राजेश नामदेव, पैथालॉजिस्ट डॉ. अमित प्रकाश जैन, आरएमओ डॉ. मनीष संगतानी सहित चिकित्सकगण, व्यवस्थापक सुरेंद्र सिंह, डॉक्टर प्रहलाद पटेल, अनुज बाजपेई ,विशेष रूप से मौजूद रहे।
इस दौरान मौजूद समितियो के प्रतिनिधियो एवं रक्तवीराे ने अपने अनुभवों को भी साझा किया. 63वीं बार रक्तदान कर चुके रक्तवीर सुरेंद्र असाटी विजयनगर दमोह एवं 44वीं बार रक्तदान कर चुके दीपक जैन ने बताया कि अपने पिता की प्रेरणा से वर्ष 2002 से इंसानियत के नाते रक्तदान की शुरूआत की. रक्तदान खुशी देता है, सेहतमंद भी बनाये रखता है. स्वस्फूर्त भावना से 56 बार रक्त देकर जिंदगी बचाने के अभियान में जुटे श्रीराम मिश्रा ने बताया कि जिले में जरूरतमंद को रक्तदान देने की शुरूआत अपने साथी दीपक जैन, आशीष जैन के साथ मिलकर की. रक्तदान के लिए तत्पर 3865 लोग उनसे जुड़े चुके है. संत निरंकारी समिति के प्रतिनिधि ने रक्तदान से जुड़े संस्मरण को याद करते हुए अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि 10 साल से रक्तदान का कार्य समिति के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है. देश भर में 3700 शाखाएं इस दिशा में सक्रिय है. वहीं लायंस क्लब के मौजूद प्रतिनिधि ने कहा की अंतर्मन से प्र्रेरित होकर रक्तदान किया. रक्तदान के अपने अनुभवों को संस्था से जुडे़ साथियों से बांटा।
संस्था जरूरतमंदो को हर संभव रक्त की आपूर्ति करने का प्रयास करती है. कार्यक्रम दौरान सेवाभाव से थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को निरंतर रूप से रक्तदान कर रहे आई.एम.ए. सदस्य एवं वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. जलज बजाज को भी सम्मानित किया गया. पैथालॉजिस्ट डॉ. अमित प्रकाश जैन ने रक्तदान से जुड़े स्वास्थ्य लाभ के बारे में उन्मुखीकृत करते हुए बताया कि 65 वर्ष की आयु तक हर तीन माह में रक्तदान किया जा सकता है. कई लोगो की जिंदगियां बचाने में अहम योगदान देने वाले संगठन एवं समितियो के संबंध में अवगत कराया कि संत निरंकारी मण्डल दमोह, वैश्य समाज महासम्मेलन संगठन, महामाया रक्तदान समिति अध्यक्ष अखिलेश रजक,रक्तदान सेवा समिति, रक्तदान महावीर समिति, पंतजलि रक्तदान सेवा समिति, रक्तदान-जीवनदान समिति लम्मी पौराणिक, रक्तदान सेवा समिति के अलावा लायंस एवं रोटरी क्लब, नरसिंगढ़ माईसेम फैक्टरी तथा आई.एम.ए. संगठन द्वारा जिले में निरंतर रूप से रक्तदान शिविर आयोजित कर रक्तदान में बढ़-चढ़ कर भागीदारी की जाती है.
अनेकों बार रक्तदान कर जिंदगी बचाने में अहम योगदान देने वाले रक्तवीर निःस्वार्थ भाव से रक्तदान कर जिंदगी बचाने में जुटे कृष्णकांत खरे (85बार), सुरेन्द्र असाटी(63बार), श्रीराम मिश्रा, अमित सोनी (56बार), रक्तदान कर जिले में अग्रणी रहे है. इनके अलावा धर्मेन्द्र वाधवा (46बार), दीपक जैन(44बार), विकास अग्रवाल(39बार) अखिलेश (32बार), मन्टू लहरी(28बार), इमरान खान(17बार), रक्तदान कर चुके है. रक्तदान करके लोगो की जिंदगियां बचाकर इन्हें खुशी मिली, आत्मसंतोष का भाव इनके मुस्कुराते, चमकते स्वस्थ चेहरे पर आसानी देखा जा सकता था.
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