संस्कृति राज्यमंत्री श्री लोधी की उपस्थिति में महादेव पर्व के दूसरे दिन नृत्य और गायन की प्रस्तुतियो ने बांधा समां…

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दमोह : 10 मार्च 2024

            प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक एवम धर्मस्व विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धर्मेंद्र सिंह लोधी की उपस्थिति में नोहटा महादेव महोत्सव कार्यक्रम दूसरे दिवस संपन्न हुआ।

            शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल नोहटा  में महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर शिव शक्ति की कला अभिव्यक्तियां महादेव पर्व का आयोजन किया जा रहा है।  कार्यक्रम में गायन, नृत्य और लीलाओं, स्थानीय प्रस्तुति अंतर्गत भूपत सिंह  एवं साथी, नोहटा द्वारा बुंदेली गायन ,  अनुज बाजपेई एवं साथी पड़रिया थोवन द्वारा एक तारा की प्रस्तुति दी गई। अमित घारू एवं साथी, सागर द्वारा बधाई, जबारा एवं बरेदी नृत्य, श्ऋषि विश्वकर्मा एवं साथी, सागर द्वारा बुंदेली गायन एवं श्री सुमन साहा एवं साथी, कोलकाता द्वारा सती लीला नाट्य की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में सर्वप्रथम कलाकारों का स्वागत संस्कृति राज्यमंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी ने किया। इस अवसर पर भावसिंह लोधी, सतेंद्र सिंह, सत्यपाल सिंह, रूपेश सेन, एसडीएम ब्रजेश सिंह, तहसीलदार जबेरा श्री विवेक व्यास एवं अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन श्री राजीव अयाची एवम डा. आलोक सोनवलकर ने  किया ।

            समारोह की शुरुआत भूपत सिंह  एवं साथी नोहटा द्वारा बुंदेली गायन से की गई। कलाकारों ने गणेश वंदना आओ सभा में…से की। तदोपरांत बुंदेली लोक गीत की प्रस्तुति दी। अनुज बाजपेई एवं साथी ने राजा होवे मजूर…, रामा भजो मन मोरे गीत की प्रस्तुति दी। अगले क्रम में श्री ऋषि विश्वकर्मा एवं साथी सागर द्वारा बुंदेली गायन में सुमरनी (गणेश वंदना)… लुटिया में लाई भोला भांग…, हम जानें कछु नोने से हुइंयें…, गए भेष जोगी को घर…, दूल्हा बन के महादेव बाबा…, गौर तोड़े जैसे सैंया…एवं अन्य गीत की प्रस्तुति दी।

            सांस्कृतिक संध्या की अगली प्रस्तुति श्री अमित घारू एवं साथी, सागर द्वारा  बधाई, जबरा और बरेदी नृत्य की प्रस्तुति दी गई।

बधाई नृत्य

            बुन्देलखण्ड अंचल में जन्म विवाह और तीज-त्योहारों पर बधाई नृत्य किया जाता है। मनौती पूरी हो जाने पर देवी-देवताओं के द्वार पर बधाई नृत्य होता है। इस नृत्य में स्त्रियां और पुरुष दोनों ही उमंग से भरकर नृत्य करते हैं। बूढ़ी स्त्रियाँ कुटुम्ब में नाती-पोतों के जन्म पर अपने वंश की वृद्घि के हर्ष से भरकर घर के आंगन में बधाई नाचने लगते हैं। नेग-न्यौछावर बांटती हैं। मंच पर जब बधाई नृत्य समूह के रूप में प्रस्तुत होता है, तो इसमें गीत भी गाये जाते हैं। बधाई के नर्तक, चेहरे के उल्लास, पद संचालन, देह की लचक और रंगारंग वेश-भूषा से दर्शकों का मन मोह लेते हैं। इस नृत्य में ढपला, टिमकी, रमतूला और बांसुरी आदि वाद्य प्रयुक्त होते हैं।

बरेदी नृत्य

            बुंदेलखंड का यह लोकनृत्य कार्तिक माह में अमावस्या से पूर्णिमा तक नृत्य किया जाता है।  ग्वाला समुदाय अपने पशुओं को सजाते हैं और उनकी पूजा करते हैं। मुख्यतः ग्वाल समुदय का नृत्य है बरेदी। छोटे बच्चे कृष्ण का रूप धर कर हाथ में लाठी लेकर घर-घर जाते हैं और बांसुरी की लय, ढोलक की थाप पर विभिन्न हस्त पद संचालन के साथ नृत्य करते हैं और अन्न प्रसादी प्राप्त करते हैं। दीपावली के दूसरे दिन गौमाता व गोवर्धन की पूजन के बाद उल्लास के साथ सामूहिक नृत्य किया जाता है, जो भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलाओं पर आधारित होता है।

आज अंतिम दिवस होगी नोहटा में लोकगायन तथा भक्तिगायन प्रस्तुतियां होगी आयोजित

            नोहलेश्वर महादेव पर्व अंतर्गत आज अंतिम दिवस 11 मार्च को शाम 5:00 बजे से शासकीय हायर सेकेंड्ररी स्कूल परिसर नोहटा में महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर शिव-सत्य की कला अभिव्यक्तियां आयोजित की जाएगी। यह कार्यक्रम प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री धर्मेंद्र सिंह लोधी के मार्गदर्शन में हो रहा है।

            उक्त स्थानीय प्रस्तुतियों में दमोह के विश्वनाथ पटेल द्वारा लोकगायन एवं जबलपुर की संजो बघेल द्वारा भक्तिगायन की प्रस्तुतियां दी जाएगी।

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