भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने जांच कमेटी को किया जा रहा गुमराह…

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जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र दमोह में हुई फर्जी नियुक्तियों की निष्पक्ष जांच कराने दिव्यांग ने कलेक्टर से की न्याय की मांग..

दमोह/जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र दमोह में वर्ष 23 ,2024 में हुई, नव नियुक्तियों के संबंध में आवेदक जागेश्वर सिंह लोधी / पिता थान सिंह लोधी निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सिविल वार्ड 07दमोह ने रिक्त पदों की पूर्ति में हुई अनेक अनिमित्ताओं जिनमें संगीता मिश्रा, एडमिनिस्ट्रेटिव ऑफिसर ( प्रशासनिक) जो की 45 वर्ष से अधिक आयु होने एवम, हायरिंग असिस्टेंट जूनियर स्पीच थैरेपिस्ट(ईयर मोल्ड टेक्नीशियन) जोया फातमा जिनकी पद से संबंधित कोई योग्यता ही नही है ।तथा सीनियर प्रोस्थेटिक ऑर्थोटिक चंद्रेश राठौर केवल डिप्लोमाधारी है जबकि(बी.पी.ओ.) में स्नातक होना अनिवार्य है ये तीन नियम विरुद्ध हुई नियुक्तियों की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग को लेकर आदरणीय कलेक्टर सहित उच्च स्तरीय अधिकारियों से पत्राचार एवम ज्ञापन देते हुए न्याय की मांग की थी। जिसमें धर्मेंद्र सिंह लोधी राज्य मंत्री स्वतन्त्र प्रभार के कार्यालयीन पत्र क्र.203/2024 दिनांक 28/01/2024 में कलेक्टर को जांच के आदेश दिए थे । चूंकि आदेशित वर्तमान नियुक्ति प्रक्रिया लंबित है। जबकि एवम सामाजिक न्याय निशक्तजन कल्याण विभाग प्रभारी मुख्य लिपिक विकास श्रीवास्तव एवम उप संचालक सामाजिक न्याय दमोह द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने फर्जी नियुक्तियों के मामले को दबाने हेतु 20 वर्ष पहले हुई नियुक्तियों की जांच करने कमेटी बना दी गई ,जिससे स्पष्ट होता है की जांच प्रक्रिया एवम जांच कमेटी को गुमराह करते हुए अनावश्यक तरीके से मेरे द्वारा की गई मांग को दबाने एवम भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने के उद्देश्य से गलत जांच कराई जा रही है। जो की मेरे साथ अन्याय किया जा रहा है । आज पुनः जांच समिति अध्यक्ष एवम अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत दमोह एवम कलेक्टर महोदय को आवेदन देकर न्याय की मांग की है साथ ही वर्तमान नियुक्ति प्रक्रिया में हुए फर्जी बाड़े की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की।

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