79 हजार करोड़ रुपए की योजना से बुंदेलखंड का बचा हुआ एक-एक रकबा सिंचित हो जाएगा-पूर्व वित्त मंत्री एवं विधायक मलैया..

Spread the love

विधायक मलैया ने सुशासन दिवस की दी सभी को शुभकामनाएं

2047 में कैसा दमोह हो इसका सपना दमोह के प्रत्येक नागरिक को देखना चाहिए-सेवा निवृत आईएएस राजीव शर्मा

प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में मनाया गया सुशासन दिवस

दमोह  23 दिसम्बर 2024

               प्रदेश में 19 से 24 दिसम्बर 2024 तक सुशासन सप्ताह मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आज सुशासन सप्ताह अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस ज्ञानचंद श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय दमोह में किया गया। कार्यशाला का शुभारंभ पूर्व वित्तमंत्री एवं दमोह विद्यायक श्री जयंत कुमार मलैया, जिला भाजपा अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी एवं सेवानिवृत्ति आई.ए.एस राजीव शर्मा द्वारा मॉ सरस्वती की मूर्ति के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर एवं पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। कार्यशाला की शुरूआत में विधायक श्री मलैया ने सुशासन दिवस की शपथ दिलाई। इस अवसर पर जिला भाजपा अध्यक्ष प्रीतम सिंह लोधी, वरिष्ठ पत्रकार नरेन्द्र दुबे, गौरव पटेल, प्रदीप शेण्डे, पंकज हर्ष श्रीवास्तव एवं अपर कलेक्टर मीना मसराम मंचासीन थे।

     इस अवसर पर पूर्व वित्तमंत्री एवं दमोह विधायक श्री जयंत कुमार मलैया ने कहा बुंदेलखंड के लिए एक वृहद योजना केन-बेतवा लिंक परियोजना मिल रही है, जिसे प्रारंभ करने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी 25 दिसंबर को खजुराहो आ रहे हैं, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी भी कार्यक्रम में शामिल रहेंगे। उन्होंने बताया यह 79 हजार करोड़ रुपए की योजना है, इससे बुंदेलखंड का बचा हुआ एक-एक रकबा सिंचित हो जाएगा।

               विधायक श्री मलैया ने कहा सेवानिवृत्ति आई.ए.एस राजीव शर्मा बहुत कॉन्फिडेंट, एफिशिएंट है। शहडोल में रहकर उन्होंने अपनी आखिरी सेवाएं दी, शहडोल से रिटायर्ड हुए। विधायक श्री मलैया ने सभी को हार्दिक शुभकामनाएं दी।

              सेवानिवृत्ति आई.ए.एस राजीव शर्मा ने कहा प्रशासनिक सेवा की शुरुआत दमोह से ही की थी, इस कार्यशाला के बहाने आज सभी का धन्यवाद करने आया हूं कि यदि पहली पद स्थापना दमोह में नहीं हुई होती तो यह पता नहीं होता कि जिंदगी में मुसीबत क्या होती है, यदि कोई सेवा काल के आरंभ में ही मुसीबत को झेलना सीख जाए, फिर जीवन में यश के सिवा कुछ और नहीं बचता है। एक प्रशासनिक अधिकारी के तौर पर जितनी सफलता और यश प्राप्त हुआ, उसका पूरा श्रेय दमोह वासियों को जाता है।

            उन्होंने कहा सरकार नागरिकों की प्रति ध्वनि होती है, सरकार एक आईना है जिसमें नागरिक अपना चेहरा देख सकते हैं और कोई भी ऐसा समाज जो अपनी नागरिक जिम्मेदारियां निभाने के लिए तैयार नहीं है, उसको समझ लेना चाहिए कि सुशासन हर नागरिक की जिम्मेदारी है, बिना नागरिक की सहभागिता के सुशासन संभव नहीं है, हमें यह सत्य समझ लेना चाहिए।

                 उन्होंने कहा सुशासन दिवस की असली प्रति मूर्ति तब होगी जब आप यहां से संकल्प उठाएंगे की हमें सिर्फ एक आई.ए.एस., आई.पी.एस. पैदा नहीं करना है, यूपी और राजस्थान में ऐसे सैकड़ो गांव है, जहां पर एक-एक गांव से बहुत से अखिल भारतीय सेवाओं के अधिकारी हैं। मैं जानता हूं दमोह के शिक्षा जगत को, यहां के शिक्षकों की क्षमता को, यदि आप लग जाएंगे तो गांव-गांव में प्रतिभाओं की फसल खड़ी कर देंगे। 2047 में कैसा दमोह हो इसका सपना दमोह के प्रत्येक नागरिक को देखना चाहिए।

            लोक सेवा प्रबंधक चक्रेश पटैल ने कार्यशाला में सुशासन सप्ताह अंतर्गत किये गये कार्याे एवं जिले के किये गये नवाचार यथा जनसुनवाई कार्यक्रम, दमोह हेल्पलाईन एवं संकट के साथी सहित अन्य जानकारी दी। कार्यशाला में अपर कलेक्टर मीना मसराम ने उपस्थित अतिथियों एवं अधिकारियों-कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया।

About The Author

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com