दमोह में नव वर्ष पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम..

Spread the love

कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट कोचर ने 31 दिसंबर 24 से 01 जनवरी 25 तक के लिये..

प्रमुख धार्मिक स्थलों, पर्यटन स्थलों, नदी, तालाब, झरना एवं

अन्य पर्यटकों के लिये कानून व्यवस्था, जनसुरक्षा तथा

अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने किया आदेश जारी..

दमोह : नववर्ष के दौरान 31 दिसंबर 2024 से 01 जनवरी 2025 तक जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल/मंदिर (बांदकपुर, कुण्डलपुर, जटाशंकर, बड़ी देवी मंदिर आदि), समस्त पर्यटन स्थल, नदी/तालाब/झरना एवं अन्य ऐसे सभी स्थल जहां पर अधिक संख्या में श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों के आगमन की संभावना है, कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना अत्यंत आवश्यक मानते हुये कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट सुधीर कुमार कोचर ने आदेश जारी किया है।

            जारी आदेश में कहा गया है नववर्ष के दौरान 31 दिसंबर 2024 से 01 जनवरी 2025 तक जिले के प्रमुख धार्मिक स्थल/मंदिर, पर्यटन स्थल, नदी/तालाब/झरना तथा अन्य ऐसे सभी स्थल जहां पर अधिक संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक आने की संभावना हो पर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था, जनसुरक्षा तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने हेतु विभिन्न विभागों/अधिकारियों को उत्तरदायित्व सौंपे हैं। सभी संबंधित अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि विभागवार व्यवस्थाएं समयबद्ध और समुचित रूप से की जाएं।

पुलिस विभाग

            कलेक्टर श्री कोचर ने पुलिस विभाग एवं यातायात प्रभारी को निर्देशित किया है कि प्रमुख धार्मिक स्थलों/मंदिरों, सभी पर्यटन स्थलों, नदी/तालाब/झरना और अन्य संभावित भीड़-भाड़ वाले स्थलों पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किये जायें। यह सुनिश्चित किया जाए कि इन स्थलों पर विशेष सुरक्षा उपाय लागू हों। भीड़ प्रबंधन के लिए ट्रैफिक पुलिस की विशेष तैनाती की जाए। प्रमुख मार्गों पर यातायात सुचारू बनाए रखने के लिए ट्रैफिक डायवर्जन प्लान तैयार किया जाये। भीड़ नियंत्रण के लिए स्थलों पर बैरिकेडिंग की प्रभावी व्यवस्था हो। बैरिकेडिंग का उपयोग मार्गदर्शन, भीड़ प्रबंधन और संवेदनशील स्थानों तक अनाधिकृत पहुंच को रोकने के लिए किया जाए। बैरिकेडिंग की नियमित जांच की जाए ताकि इसकी स्थिति कार्यशील और सुरक्षित रहे। संवेदनशील स्थलों पर नियमित गश्त और निगरानी की जाये। शराब के नशे में वाहन चलाने वालों की पहचान के लिए विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाये। पुलिस विभाग ब्रेथ एनालाइजर और अन्य उपकरणों का उपयोग करते हुए प्रभावी जांच करें, दोषी पाए गए व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी प्रावधानों के तहत सख्त कार्रवाई की जाये। इसके अतिरिक्त, जनता को जागरूक करने के लिए शराब पीकर वाहन चलाने के खतरों के बारे में विशेष अभियान चलाया जाये। अवैध गतिविधियों, जैसे अवैध शराब की बिक्री, असामाजिक तत्वों की गतिविधियां और अन्य गैरकानूनी कार्यों पर कड़ी निगरानी रखी जाये। नियमित गश्त, खुफिया जानकारी का उपयोग, और स्थानीय समुदाय से संवाद स्थापित करके ऐसे कार्यों को रोका जाये।

राजस्व विभाग

            कलेक्टर श्री कोचर ने अनुविभागीय दण्डाधिकारी दमोह/पथरिया/हटा/तेन्दूखेड़ा को निर्देशित किया है कि नववर्ष के दौरान 31 दिसंबर 2024 से 01 जनवरी 2025 तक अपने अनुभाग सीमा अंतर्गत सतत् निगरानी रखते हुये कानून व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। अनुभाग के प्रमुख धार्मिक स्थल/मंदिर, पर्यटन स्थल, नदी/तालाब/झरना तथा अन्य ऐसे सभी स्थल जहां पर अधिक संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटक आने की संभावना हो पर कानून व्यवस्था बनाये रखने हेतु कार्यपालिक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाया जाना सुनिश्चित किया जाये। ड्यूटी आदेश तैयार कर कलेक्टर कार्यालय को शीघ्रातिशीघ्र भेजना सुनिश्चित किया जाये। राजस्व विभाग स्थानीय प्रशासन, पुलिस, और अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा यह सुनिश्चित किया जाये कि स्थलों पर बैरिकेडिंग, मार्गदर्शन साइनबोर्ड, और अन्य व्यवस्थाएं प्रभावी रूप से लागू हों।

स्वास्थ्य विभाग

            कलेक्टर श्री कोचर ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देशित किया है कि कानून एवं सुरक्षा व्यवस्था की दृष्टि से बांदकपुर, कुण्डलपुर, बड़ी देवी मंदिर तथा अन्य आवश्यक स्थलों पर एक-एक एम्बूलेंस रखना सुनिश्चित किया जाये। एम्बूलेंस में डॉक्टर एवं कर्मचारियों की टीम मय उपकरण सहित सुसज्जित रखी जाये तथा सभी शासकीय अस्पतालों (जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र) पर डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की समुचित ड्यूटी लगाई जाये। उन्होंने कहा संबंधित डॉक्टरों एवं पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी आदेश तैयार कर कलेक्टर कार्यालय को शीघ्रातिशीघ्र भेजना सुनिश्चित किया जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि तैनात स्टाफ के पास आवश्यक आपातकालीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हों। कलेक्टर श्री कोचर ने कहा आवश्यक औषधियों एवं चिकित्सा उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जाये, इसके साथ ही आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं को सुसज्जित करने हेतु विशेष निर्देश दिए जाएं, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में तत्काल उपचार उपलब्ध हो सके। यह सुनिश्चित किया जाये कि इलाज के लिए आए किसी भी व्यक्ति को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। त्वरित एवं समुचित चिकित्सा सेवाएं प्रदान करने हेतु सभी आवश्यक प्रबंध किए जायें।

नगर पालिका/ग्राम पंचायत

            उन्होंने कहा परियोजन अधिकारी शहरी विकास अभिकरण, समस्त मुख्य नगर पालिका अधिकारी जिला / मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत द्वारा प्रमुख स्थलों पर स्वच्छता बनाए रखने के लिए विशेष साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। यह सुनिश्चित किया जाए कि तीर्थस्थलों, पर्यटन स्थलों और सार्वजनिक स्थानों पर किसी भी प्रकार की गंदगी या कचरे का ढेर न रहे। प्रत्येक स्थल पर पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में डस्टबिन रखवाए जायें। कचरा समय-समय पर निस्तारित हो और स्थल पर दुर्गंध या स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न न हों। इसके लिए कचरा संग्रहण वाहनों की नियमित आवाजाही सुनिश्चित की जाये। रात्रि के समय सभी प्रमुख स्थलों पर पर्याप्त और प्रभावी प्रकाश व्यवस्था की जाये। प्रकाश व्यवस्था की नियमित निगरानी की जाए और किसी भी खराब लाइट को तुरंत ठीक किया जाये। प्रत्येक स्थल पर सुव्यवस्थित पार्किंग के लिए स्थान निर्धारित किया जाये। वाहन पार्किंग क्षेत्र मुख्य मार्गों और स्थलों के प्रवेश मार्गों को अवरुद्ध न किया जाये। पार्किंग स्थलों पर संकेतक (साइनबोर्ड) लगाएं, जो आगंतुकों को पार्किंग क्षेत्र का स्पष्ट दिशा-निर्देश प्रदान किये जायें।  प्रत्येक स्थल पर फायर ब्रिगेड और अग्निशमन यंत्रों की तैनाती सुनिश्चित किया जाये। अग्नि सुरक्षा उपकरणों की कार्यक्षमता की पूर्व जांच की जाये और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी कर्मी अग्निशमन उपकरणों का उपयोग करने में प्रशिक्षित हों। आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए एक विशेष अग्निशमन टीम स्टैंडबाय पर रखी जाये। आपात स्थिति में उपयोग के लिए आवश्यक उपकरण, जैसे क्रेन, ट्रक, और अन्य भारी मशीनरी को तैयार रखें। यह सुनिश्चित करें कि ये उपकरण तुरंत उपयोग के लिए उपलब्ध हों।

आबकारी विभाग

            उन्होंने जिला आबकारी अधिकारी से कहा जिले में अवैध शराब की बिक्री की सख्त रोकथाम के लिए नियमित जांच अभियान चलाया जाये। स्थानीय थानों और पुलिस विभाग के साथ समन्वय स्थापित करते हुए विशेष टीमों का गठन किया जाये, जो संवेदनशील इलाकों में नियमित रूप से निरीक्षण करें। अवैध शराब की बिक्री या उत्पादन में लिप्त व्यक्तियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित किया जाये। यह सुनिश्चित किया जाए कि लाइसेंसी दुकानदार की दुकानों का संचालन समय सीमा के भीतर हो। शराब पीकर वाहन चलाने वालों की पहचान के लिए पुलिस विभाग के साथ मिलकर विशेष चेकिंग पॉइंट्स बनाए जायें। चेकिंग के दौरान ब्रेथ एनालाइज़र और अन्य उपकरणों का उपयोग किया जाये ताकि शराब के नशे में पाए जाने वाले व्यक्तियों पर त्वरित कार्रवाई की जा सके। प्रमुख मार्गों, रेलवे स्टेशनों, और बस स्टैंड पर विशेष चेकिंग अभियान चलाएं ताकि अवैध शराब के परिवहन को रोका जा सके। आबकारी विभाग विशेष मोबाइल टीमें गठित करे, जो दिन और रात में स्थलों पर गश्त करें और अवैध शराब बिक्री और अन्य संबंधित गतिविधियों की निगरानी करें।

होमगार्ड विभाग

            जिला सैनानी होमगार्ड जिले के सभी पर्यटन स्थलों, संवेदनशील जल स्त्रोतों जैसे नदियों, तालाबों, और झरनों पर जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं पर्यटकों के आने की संभावना हो, वहां एसडीआरएफ की टीम की तैनाती सुनिश्चित की जाए। इन स्थलों को प्राथमिकता देते हुए जोखिम वाले क्षेत्रों की पहचान की जाए। एसडीआरएफ टीम को सभी आवश्यक उपकरणों जैसे लाइफ जैकेट, लाइफबॉय, रेस्क्यू बोट, और प्राथमिक चिकित्सा किट आदि के साथ तैनात किया जाये। सभी उपकरण कार्यशील अवस्था में हों और किसी आपात स्थिति में तुरंत उपयोग के लिए तैयार हों। आपदा प्रबंधन विभाग के एक विशेष दल को 24X7 स्टैंडबाय पर रखा जाये, जो किसी भी आपात स्थिति में तत्काल प्रतिक्रिया देने के लिए सक्षम हो। यह दल सभी आवश्यक आपातकालीन उपकरणों और संसाधनों से सुसज्जित हो। जिला सैनानी होमगार्ड व्यक्तिगत रूप से सभी कार्यों की निगरानी सुनिश्चित की जाये। यह भी सुनिश्चित किया जाये कि तैनात टीम नियमित रूप से रिपोर्ट प्रस्तुत करे और किसी भी समस्या या कमी की जानकारी तत्काल उच्च अधिकारियों को दी जाये। होमगार्ड विभाग सभी तैनात टीमों के साथ नियमित संचार बनाए रखें, संकट या आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई के लिए एक विस्तृत आपातकालीन प्रतिक्रिया योजना तैयार की जाये और सभी संबंधित कर्मियों को इसके बारे में प्रशिक्षित किया जाये। किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए पूर्वाभ्यास (ड्रिल) किया जाये, जिससे तैनात टीम आपातकालीन परिस्थितियों में तेजी और दक्षता से कार्य कर सके। जल स्रोतों और संवेदनशील स्थलों पर चेतावनी बोर्ड और आवश्यक दिशा-निर्देश लगाए जायें, जो आगंतुकों को संभावित खतरों और सुरक्षा उपायों के बारे में सूचित करे।

लोक निर्माण विभाग

            कलेक्टर श्री कोचर ने कार्यपालन यंत्री, लोक निर्माण विभाग से कहा नववर्ष के दौरान संभावित भीड़ को ध्यान में रखते हुए, स्थलों पर बैरिकेडिंग के लिए पर्याप्त बैरिकेड उपलब्ध कराएं। बैरिकेड सही स्थानों पर लगें और जनता को सुरक्षित मार्गदर्शन मिल सके। प्रमुख स्थलों और मार्गों पर संकेतक (साइनबोर्ड) लगाए जायें, जो आगंतुकों को दिशा-निर्देश, पार्किंग क्षेत्र, और एंट्री/एग्जिट पॉइंट की जानकारी प्रदान की जाये। इन साइनबोर्ड की स्पष्टता और दृश्यता सुनिश्चित की जाये। सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन स्थानों पर जहां गहरी खाई, नहर, या अन्य जोखिमपूर्ण स्थान हैं, बैरिकेड और चेतावनी संकेतक लगाए जाये। यह सुनिश्चित करें कि ये संरचनाएं मजबूत और टिकाऊ हों। सभी कार्यों की निगरानी के लिए विभागीय टीम तैनात हो। यह टीम नियमित निरीक्षण करे और किसी भी कमी को तुरंत उच्च अधिकारियों को सूचित किया जाये।

विद्युत व्यवस्था

            उन्होंने कहा अधीक्षण यंत्री विद्युत विभाग, कार्यपालन यंत्री, ई.एण्ड.एम, एस.डी.ओ. ई एण्ड एम दमोह, सहायक यंत्री, विद्युत सुरक्षा को निर्देशित किया कि जिले में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाये। किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए विद्युत विभाग की एक टीम स्टैंडबाय पर तैनात रहे। जिले के सभी प्रमुख धार्मिक स्थलों, मंदिरों, और पर्यटन स्थलों पर की गई अस्थायी विद्युत फिटिंग और वायरिंग की गहन जांच सुनिश्चित की जाये। सभी तार सुरक्षित रूप से ढके हों और किसी भी स्थान पर खुले तार या असुरक्षित वायरिंग न हो। विद्युत सुरक्षा जांच के बाद सुरक्षा प्रमाण-पत्र पुलिस अधीक्षक और संबंधित अनुविभागीय दंडाधिकारी को प्रस्तुत किया जाये। प्रमुख स्थलों पर सभी प्रकार की विद्युत उपकरणों और तंत्रों की कार्यक्षमता की नियमित जांच की जाये। इसके अलावा, किसी भी प्रकार की विद्युत आपात स्थिति के लिए संबंधित टीम को त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार रखे जायें। विद्युत सुरक्षा और व्यवस्था की निगरानी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा नियमित निरीक्षण किया जाये।

            कलेक्टर श्री कोचर ने निर्देशित किया कि संपूर्ण व्यवस्थाओं के नोडल अधिकारी संबंधित अनुभाग के अनुविभागीय दंडाधिकारी, होगें जो समस्त विभागो से समन्वय स्थापित कर संपूर्ण व्यवस्थाएं कराना सुनिश्चित करेगें।

About The Author

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com