मातृ पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम का आयोजन हुआ
दमोह। राइम्स पब्लिक स्कूल एवं श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा मातृ पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम श्री देव जानकी रमण बूंदाबहू मंदिर के “मानस भवन“ में आयोजित किया गया जिसमें सैकड़ों माता-पिता का सामूहिक पूजन उनके बच्चों ने किया व गुरुजनों का पूजन सम्मान किया व संकल्प लिया कि आज से ही ठान लिया है हमने शुभ कार्यो से ना शर्माऐंगे माता-पिता एवं गुरुजनों की पूजा एवं सेवा करके अपना भाग्य बनाऐंगे लेते है संकल्प आज हम भारतीय संस्कृति सदैव अपनाऐंगे हर 14 फरवरी को माता-पिता पूजन दिवस मनाऐंगे।

मातृ-पितृ पूजन दिवस की शुरुआत संत श्री आशारामजी बापू ने 2006 में की थी जो कि आज विश्व स्तर पर मनाया जाने लगा है. यह दिन माता-पिता को सम्मान, प्यार और देखभाल देने के लिए समर्पित है, जिसके वे हकदार हैं. यह अनोखा पर्व एक सच्चा प्रेमदिवस शुद्धतम रूप में मनाकर हर घर और मानव हृदय में एक सामाजिक जागृति लाने के लिए यह पहल शुरू की गई थी. माता-पिता पूजन दिवस माता-पिता और बच्चों के बीच के बंधन का उत्सव है।

स्कूल के निर्देशक अनिल चौरसिया जी ने श्री योग वेदांत सेवा समिति व बच्चों के अभिभावको का आभार व्यक्त किया और अपने माता-पिता का सम्मान करने की बात कही। बूंदाबहू मंदिर के पंडितजी श्री राजेश उपमन्न जी ने कहा भगवान श्री गणेशजी ने भी अपने माता-पिता का पूजन कर प्रथम पूज्यनीय होने का आशीर्वाद पाया। सभी के माता पिता अपने बच्चों के लिए दिन रात मेहनत करते है. हमारे लिए अपना सर्वस्व त्याग देते हैं. बच्चों का यह कर्त्तव्य है की उन्हें भी वे सम्मान दें. सम्मान और आदर वैसे तो पूरे वर्ष जीवन भर करना चाहिए. लेकिन साल में कोई एक दिन ऐसा होना चाहिए जो सिर्फ उनको समर्पित हो, इसलिए मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाया जाता है।
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