दमोह बना एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट में अग्रणी, पशुपालन को मिलेगा नया आयाम:

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दमोह: दमोह जिला पशुपालन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट तकनीक को सफलतापूर्वक लागू करने वाला प्रदेश का पहला जिला बन गया है। इस तकनीक के माध्यम से 9 गायों में सफल एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट किया गया है। इस सफलता से पशुपालन के क्षेत्र में एक नई क्रांति आने की संभावना है।


पशुपालन राज्यमंत्री ने व्यक्त की प्रसन्नता:
पशुपालन एवं डेयरी विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) लखन पटेल ने नरसिंहगढ़ में आयोजित पशुपालन एवं पशु कल्याण जागरूकता माह के जिला स्तरीय कार्यक्रम में इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट तकनीक से पशुपालन में निश्चित रूप से बदलाव आएगा। उन्होंने पशुपालन महाविद्यालय के डीन डॉ. राजेश शर्मा के साथ मिलकर दुग्ध उत्पादन की योजनाओं को बढ़ावा देने का आश्वासन दिया।


गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य:
राज्यमंत्री पटेल ने गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार लगभग 20-22 गौशालाएं बना रही है, जिनमें 2 लाख से अधिक गौवंश रखे जाएंगे। इन गौशालाओं में सीएनजी और जैविक खाद का उत्पादन भी किया जाएगा, जिससे किसानों को लाभ होगा।
ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण:
राज्यमंत्री पटेल ने दमोह जिले के ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्रों का भी दौरा किया और किसानों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को नुकसान का उचित मुआवजा देगी।
कार्यक्रम में अन्य गणमान्य व्यक्ति:
कार्यक्रम में कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर, सीईओ जिला पंचायत प्रवीण फुलपगारे, और पशुपालन विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य बिंदु:

  • दमोह जिला एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट तकनीक को सफलतापूर्वक लागू करने वाला प्रदेश का पहला जिला बना।
  • 9 गायों में सफल एम्ब्रियो ट्रांसप्लांट किया गया।
  • राज्यमंत्री पटेल ने दुग्ध उत्पादन और गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दिया।
  • ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को मदद का आश्वासन दिया गया।
  • पशुपालन को तकनीकी के माध्यम से बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।

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