बेसहारा प्रांजली: प्यार में धोखा, गर्भपात और अब जान का खतरा..

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बेसहारा प्रांजली: प्यार में धोखा, गर्भपात और अब जान का खतरा
दमोह/छतरपुर/ग्वालियर: दमोह जिले के हटा निवासी प्रभात कुमार अग्रवाल की बेटी प्रांजली अग्रवाल आज एक मुश्किल दौर से गुजर रही हैं। करीब डेढ़ साल पहले इंस्टाग्राम पर छतरपुर के हनुमान टौरिया के पीछे रहने वाले प्रॉपर्टी कारोबारी कैलाश अरजरिया के बेटे मनु अरजरिया से उनकी दोस्ती हुई। यह दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई। अपने प्यार पर भरोसा करते हुए प्रांजली ने अपना घर-परिवार छोड़ दिया और छतरपुर आ गईं।
यहां से मनु प्रांजली को लेकर ग्वालियर भाग गया, जहां उन्होंने आर्य समाज मंदिर में शादी कर ली। दोनों ने किराए का मकान लेकर साथ में रहना शुरू कर दिया। लेकिन यह खुशी ज्यादा दिन तक नहीं टिकी। जब प्रांजली गर्भवती हुईं, तो आरोप है कि मनु का मन भर गया। उसने प्रांजली का गर्भपात करा दिया और उसे मरने के लिए बेसहारा छोड़ दिया।


अब प्रांजली दर-दर भटक रही हैं। उनका कहना है कि पुलिस भी आरोपी मनु अरजरिया के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने को तैयार नहीं है। वहीं, उनके परिजन भी उनकी मदद करने से कतरा रहे हैं। प्रांजली का आरोप है कि आरोपी मनु अब उनकी जान लेने पर तुला हुआ है। ऐसे में बेसहारा प्रांजली पूरी तरह से भगवान भरोसे हो गई हैं।
इस मुश्किल घड़ी में जो भी प्रांजली की मदद करेगा, वह उसके लिए भगवान के समान होगा। कुछ दिनों बाद हम नवरात्र का पर्व मनाएंगे और शक्ति की उपासना करेंगे। लेकिन अगर शक्ति स्वरूपा प्रांजली को यूं हीं भेड़ियों के सामने मरने के लिए छोड़ दिया जाएगा, तो क्या माता रानी हमारी पूजा-उपासना स्वीकार करेंगी? शायद कभी नहीं।
अग्रवाल समाज को अपनी समाज की इस बेटी की मदद के लिए आगे आना चाहिए। भले ही नादानी में प्रांजली ने मनु अरजरिया पर भरोसा करने की गलती की है, लेकिन उस गलती की इतनी बड़ी सजा नहीं होनी चाहिए कि उसे दर-दर की ठोकरें खाने या मरने के लिए छोड़ दिया जाए। हर रिश्ता टूट जाने के बाद भी इंसानियत का रिश्ता सबसे बड़ा होता है।
इसलिए सभी से अपील है कि आगे आएं और इस बहन-बेटी की मदद करें। प्रांजली को न्याय दिलाने और उसे सुरक्षित जीवन देने के लिए हर संभव प्रयास करने की आवश्यकता है।

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