पशु पालन मंत्री की विधानसभा में किराए का डॉक्टर चला रहा पशु अस्पताल..

Spread the love

पशु पालन मंत्री की विधानसभा में किराए का डॉक्टर चला रहा पशु अस्पताल
पशु पालन मंत्री की सिफारिश पर पदस्थ कराया गया

दमोह- पथरिया विधानसभा से विधायक लखन पटेल प्रदेश के पशु पालन मंत्री हैं। उनकी ही सिफारिश से केरबना पशु अस्पताल के लिए डॉक्टर की पदस्थापना कराई गई, लेकिन यह डॉक्टर मुरैना से आकर स्वयं तो पथरिया में दारूखोरी करता है और अपने साथ लाए किराए के डॉक्टर से गौवंश का इलाज करा रहा है। जो किराए का डॉक्टर यहां सेवा दे रहा है वह भी मुरैना पशु अस्पताल में पदस्थ हैं, जिससे यह तय है कि मुरैना भी कोई किराए का डॉक्टर काम कर रहा है। इस तरह पशु चिकित्सा विभाग में फैली अव्यवस्थाओं की पोल खोलते हुए पथरिया से तीन विडियो सामने आए हैं, जिनमें पूरे सिस्टम की पोल खुल रही है।

केरबना पशु अस्पताल में दो माह पहले मुरैना से डॉ. आशीष लोहिया एव्हीएफओ को पदस्थ किया गया था। यह पदस्थापना मंत्री लखन पटेल की सिफारिश पर ही की गई थी, क्योंकि केरबना में गौवंश की चिकित्सा के लिए कोई भी पशु चिकित्स पदस्थ नहीं था। डॉ. आशीष लोहिया केरबना तो आए लेकिन अपने साथ मुरैना से डॉ. करतार दिनकर को साथ लाए हैं। अब डॉ. आशीष दिन में शराब पीकर यहां-वहां भटकते रहते हैं और उनकी जगह डॉ. करतार मवेशियों का इलाज कर रहे हैं।

लोहिया का सेटअप जमाने आए करतार

प्रदेश टुडे को मिले विडियो में डॉ. करतार दिनकर स्वीकार करते हैं कि वह डॉ. आशीष लोहिया का सेटअप जमाने आए हैं। जब उनसे पूछा गया कि मुरैना में उनकी जगह कौन ड्यूटी कर रहा होगा तो वह कहते हैं कि वह मुरैना लोकल के हैं, सब चल जाता है। उनका वेतन मुरैना से ही निकल रहा है, वह दो माह से केरबना हैं, उन्हें कोई परेशानी नहीं हो रही है। जिससे प्रतीत हो रहा है कि मुरैना में डॉ. करतार की जगह कोई दूसरा ड्यूटी कर रहा है। डॉ. करतार जहां आशीष लोहिया से भी वेतन ले रहे हैं, वहीं अपनी पूरी वेतन पाकर डबल लाभ ले रहे हैं।

प्यार में धोखा, मैं मरना चाहता

डॉ. आशीष लोहिया पथरिया अस्पताल में शराब खोरी कर रहे थे। तब उनसे पूछा गया तो उन्होंने पहले अपना नाम छिपाया, जब पोल खुली तो कैमरा के सामने रोने लगे। कहने लगे कि जिससे मैंने प्यार किया, वह मुझे छोडक़र दिल्ली चली गई और मुझे शराबी बना गई। मैं नौकरी नहीं करना चाहता, मुझे मरना है, उसके बगैर अब जीवन बेकार है।

पशु पालन विभाग में मनमर्जी

पशु पालन विभाग में मनमर्जी का यह एक उदाहरण सामने आया है इस तरह पूरे प्रदेश में भर्राशाही का आलम होगा, क्योंकि दमोह व मुरैना में किराए के डॉक्टर काम कर रहे हैं, जिससे मवेशियों को समय पर उपचार नहीं मिल पाता है। अब पिछले दो माह से केरबना में किराए का डॉक्टर काम कर रहा है, इसकी जानकारी लेने विटनरी विभाग के जिलाअधिकारी व ब्लॉक अधिकारी अब तक नहीं पहुंचे।

मंत्री से सिफारिश पर कराया पदस्थ

पथरिया ब्लॉक के विटनरी अधिकारी डॉ. केपी कुर्मी का एक विडियो सामने आया है, जिसमें उनका व डॉ. आशीष लोहिया का वार्तालाप हो रहा है, जिसमें वह कह रहे हैं कि मंत्री लखन पटेल के पुत्र लकी पटेल से सिफारिश कराई थी कि केरबना में पशु डॉक्टर नहीं है। लेकिन मुझे क्या मालूम था कि तुम जैसा कोई शराबी पदस्थ होगा। अब तुम अपने घर वापस जाओ और हमारे जिले को बख्श दो।

ग्रामीण कराएं एफआईआर

बटियागढ़ ब्लॉक के विटनरी अधिकारी एसके सोनी का कहना है कि केरबना में किराए के डॉक्टर से काम चलाया जा रहा है तो इस संदर्भ में ग्रामीण एफआइआर कराएं तो कार्रवाई की जाएगी। अब सवाल उठता है कि क्या पशु पालन विभाग के अधिकारियों के पास इतनी पॉवर नहीं है कि वह स्वयं मामले में संज्ञान लेकर किराए के डॉक्टर करतार दिनकर के खिलाफ एफआइआर दर्ज करा सकें।

About The Author

WP2Social Auto Publish Powered By : XYZScripts.com