शराब दुकान के सामने ग्रामीणों का धरना..
बोले गांव से दुकान हटाओ वरना हम यही बैठेंगे, तीन दिनों में दुकान हटाने के आश्वासन पर माने ग्रामीण..
महिलाएं बोलीं लाडली बहना की राशि वापस ले ले सरकार लेकिन शराब दुकान बंद करे..
दमोह। जिले के पथरिया इलाके में शराब दुकान को लेकर हंगामा शुरू हो गया है, इस इलाके की महिलाएं चाहती है भले ही हमें लाडली बहना के पैसे न दो लेकिन यहां की शराब दुकान हटा दो, जहां दिनभर असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगा रहा है।
मंगलवार की सुबह केवलारी ग्राम की दर्जनों महिलाएं पुरुष शराब दुकान के सामने भगवान राम का दरबार सजाकर बैठ गए।
विरोध कर रहे लोगों का आरोप है कि शराब दुकान के सामने हमेशा असामाजिक तत्वों का डेरा होता है।

गांव की महिलाएं और बेटियां इस रास्ते से जब भी निकलती है शराबी उन्हें परेशान करते हैं। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि पहले भी उन्होंने प्रशासन को यहां शराब दुकान न खोले जाने का ज्ञापन दिए थे, उसके बाद भी नए टेंडर के बाद इसी जगह दुकान फिर से खुल गई और इसलिए हमने विरोध शुरू कर दिया। इस संबंध में ग्राम पंचायत सरपंच राजेंद्र सिंह प्रताप ने बताया कि शराब हटाए जाने की मांग को लेकर पूर्व में अनुविभागी कार्यालय से लेकर आबकारी विभाग और कलेक्टर तक आवेदन दे चुका हूं, लेकिन प्रशासन है कि हम लोगों की बात सुनने के लिए तैयार नहीं है। इस शराब दुकान की वजह से गांव का माहौल दिन प्रतिदिन खराब होता जा रहा है युवा पीढ़ी नशे की आदि हो रही है जिस कारण से आज मजबूर होकर हमें यह कदम उठाना पड़ा है। केवलारी ग्राम के युवा अजय प्रताप सिंह का कहना था कि अगर शराब दुकान नहीं हटाई जाएंगी तो मैं आत्मदाह कर लूंगा।
महिलाएं बोलीं लाडली बहन की राशि नहीं चाहिए पर दुकान हटानी चहिए
गांव की दर्जनों महिलाएं भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल रहीं, जिनमें प्यारी बाई ने कहा कि शराब दुकान से हम बहुत परेशान हैं, गांव में दुकान नहीं खुलनी चाहिए। हम चाहते हैं कि सरकार जो हमें लाडली बहना के तौर पर ₹1200 की राशि दे रही है वह वापस ले ले, लेकिन गांव में दुकान न खोले। क्योंकि जो राशि सरकार हमें देती है घर के लोग वह छीन लेते हैं और शराब पी लेते हैं। अब गांव में दुकान नहीं खुलेगी, भले ही इसके लिए हमें अपनी जान ही क्यों ना देनी पड़े।
खबर मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रशासन के अधिकारी
कई घंटे तक चले ग्रामीणों के इस विरोध की खबर मिली तो पथरिया नायब तहसीलदार दीपमाला सिंह भी गांव पहुंच गई। उन्होंने लोगों से कहा कि उनके द्वारा दिए गए ज्ञापन को वह जिला मुख्यालय तक पहले ही भेज चुके हैं। एक बार फिर उनके ज्ञापन को वह कलेक्टर तक पहुंचाएंगे। साथ में उन्होंने यह भी कहा कि यदि आप लोग कलेक्टर के पास जाकर अपनी बात रखना चाहते हैं तो वहां भी जा सकते हैं, क्योंकि अंतिम निर्णय वरिष्ठ अधिकारियों के हाथ में होता है। इसी बीच आबकारी विभाग के एक अधिकारी अनुराग सिंह ने सरपंच से फोन पर बात कर उन्हें भरोसा दिलाया कि तीन दिन में दुकान शिफ्ट कर दी जाएगी, लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि वह तीन दिन यहीं पर धरना देकर बैठेंगे, जब दुकान हटेगी, हम भी हट जाएंगे।
इसके बाद पथरिया अनुविभागीय अधिकारी निकेत चौरसिया पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि दुकान यहां से हटाई जाएगी जब तक दुकान शिफ्ट हो जाती तब तक यह दुकान बंद रहेगी इसके बाद ग्रामीणों धरना समाप्त किया।
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