दमोह में पेयजल संकट से निपटने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद, खराब हैंडपंपों को तत्काल सुधारा जाएगा..

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दमोह में पेयजल संकट से निपटने के लिए जिला प्रशासन मुस्तैद, खराब हैंडपंपों को तत्काल सुधारा जाएगा
दमोह, 21 अप्रैल 2025: जिला प्रशासन दमोह फरवरी महीने से ही पेयजल व्यवस्था को लेकर सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने आज जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक में पेयजल संकट की समीक्षा करते हुए ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में पानी की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में कहीं भी पेयजल परिवहन की आवश्यकता जैसी गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन 15 मई के बाद दिक्कतें आ सकती हैं।
कलेक्टर श्री कोचर ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि जिन स्थानों पर हैंडपंप खराब हैं, लेकिन उन्हें सुधारा जा सकता है, वहां पीएचई विभाग तत्काल पाइप बढ़ाने और मोटर डालने का कार्य करे। उन्होंने बताया कि इसके लिए पर्याप्त उपकरण, पाइप और मोटरें उपलब्ध हैं।
इसके अतिरिक्त, जहां पानी का स्रोत समाप्त हो गया है, वहां एसडीएम की मदद से तत्काल नए बोरवेल खुदवाने या निजी बोरवेलों का अधिग्रहण करने के निर्देश दिए गए हैं। अत्यधिक जल संकट वाले क्षेत्रों में, कलेक्टर ने शासन से अनुमति लेकर जनहित में बोरिंग कराने की बात कही है।
कलेक्टर ने तालाबों और जलाशयों से अनाधिकृत रूप से पानी खींचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की मोटरें जब्त की जाएंगी, क्योंकि इंसानों और पशुओं के लिए पानी की उपलब्धता पहली प्राथमिकता है।
इस सिलसिले में एक संयुक्त टीम भी बनाई जा रही है, जिसमें राजस्व, कृषि, पीएचई, जल निगम और पुलिस विभाग के अधिकारी शामिल होंगे। यह टीम मशीनों और मोटरों को जब्त करने की कार्रवाई करेगी ताकि पानी की किल्लत न हो।
कलेक्टर श्री कोचर ने बताया कि हैंडपंपों की समस्याओं का रोजाना समाधान किया जा रहा है और शिकायत मिलने के 24 घंटे के भीतर उन्हें ठीक कराया जा रहा है। उन्होंने जनता से अपील की है कि जहां भी पानी की अत्यधिक समस्या हो, वे दमोह हेल्पलाइन पर जरूर बताएं ताकि उसका त्वरित समाधान किया जा सके।

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