दमोह: बुजुर्ग व्यापारी के साथ ठगी, पुलिस 15 दिन बाद भी FIR दर्ज करने में नाका..

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दमोह: बुजुर्ग व्यापारी के साथ धोखाधड़ी, 15 दिन बाद भी पुलिस ने नहीं लिखी रिपोर्ट
दमोह। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत लगभग 15 दिन पूर्व एक बुजुर्ग व्यापारी की दुकान पर दो अज्ञात युवकों द्वारा बातों में उलझाकर सोने की चेन ले जाने की घटना सामने आई थी। पीड़ित दुकानदार द्वारा तत्काल कोतवाली पुलिस को सूचना देने, एक सिपाही द्वारा बयान दर्ज करने और सीएसपी को घटना से अवगत कराने के बावजूद, आज तक मामले में रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है। रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए व्यापारी कई बार कोतवाली के चक्कर लगा चुके हैं।
जानकारी के अनुसार, जैन धर्मशाला धगट चौराहा मार्ग पर देवेंद्र जैन ‘लाट साब’ की कपड़े, किराना और फैंसी स्टोर की संयुक्त दुकान है। 23 अप्रैल को दोपहर में दो युवक उनकी दुकान पर रुमाल, नारियल आदि खरीदने आए थे। इस दौरान, उन्होंने दान देने के लिए मंदिर का पता पूछा। बातों में उलझाकर, एक बदमाश ने देवेंद्र लाट साहब से उनकी गले में पहनी सोने की चेन दान के लिए दिए गए नोटों में लपेटकर दुकान के काउंटर के अंदर रखवा दी। इसी बीच, उनके एक अन्य साथी ने पहुंचकर बातों में उलझाकर सोने की चेन सहित रुपयों को पार कर दिया और चले गए।
बाद में, जब देवेंद्र लाट साहब को धोखाधड़ी का एहसास हुआ, तो उन्होंने अपने बेटे को जानकारी दी और दुकान के सामने लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज में दो बाइकों पर सवार तीन युवक दुकान की रेकी करते हुए और बाद में धगट चौराहे की ओर जाते हुए दिखाई दिए।
इस घटना की सूचना उसी दिन, 23 अप्रैल को कोतवाली में दी गई, जिसके बाद सिपाही सियाराम उनकी दुकान पर पहुंचे और पूरी जानकारी लेकर उनके बयान दर्ज किए। लेकिन दो दिन बाद भी रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर, 25 अप्रैल को मामले की जानकारी सीएसपी अभिषेक तिवारी को भी दी गई। उन्होंने भी एक सिपाही को दुकान पर भेजकर जानकारी प्राप्त की। इसके बावजूद रिपोर्ट दर्ज नहीं होने पर, 27 अप्रैल को देवेंद्र लाट साहब पुनः कोतवाली पहुंचे, जहां 2 घंटे तक इंतजार करने के बाद भी उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई। उनसे यह भी कहा गया कि रिपोर्ट दर्ज करने से कुछ नहीं होता, जब कोई पकड़ा जाएगा तो उन्हें पहचान के लिए बुलाया जाएगा।
एसपी द्वारा कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत पथरिया फाटक के उस पार 17 अप्रैल को हुई चोरी के मामले में पारदी गिरोह के दो सदस्यों की गिरफ्तारी और उनसे सोने-चांदी के जेवर बरामदगी की जानकारी मिलने पर, देवेंद्र लाट साहब शाम को पुनः कोतवाली पहुंचे। उन्होंने उक्त चोर गिरोह के अपनी धोखाधड़ी के मामले से संबंध होने की आशंका जताई, लेकिन पुलिस ने इन आरोपियों का उक्त घटना से कोई संबंध नहीं बताया। आज भी उनकी रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई, जिसके बाद वे निराश होकर अपनी दुकान पर लौट आए और व्यवस्था को कोसते हुए दिखे।

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