प्रशिक्षण में आवश्यक बातों से अवगत कराया गया अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से करें-सीईओ जिला पंचायत फुलपगारे
ई.के.वाय.सी की प्रक्रिया ज्यादा से ज्यादा करें
हर पंचायत से 20-20 युवा कम से कम रोजगार शिविर में आयें
ग्रामीण विकास विभाग के समस्त सचिवों को प्रशिक्षण 2 चरण में संपन्न
20 एवं 21 मई को पुलिस विभाग का होगा प्रशिक्षण तदोपरांत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं का प्रशिक्षण
दमोह: भारत-पाकिस्तान के बीच जो स्थितियां तनाव भरी है, उसको परिस्थितियों को लेकर सरकार अलर्ट है, आपातकालीन परिस्थितियों के समय आपदा प्रबंधन की कार्य योजना तैयार की गई है, इसी के मद्देनजर उत्कृष्ट विद्यालय दमोह के विभिन्न कक्षों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आज जिला पंचायत सीईओ प्रवीण फुलपगारे की मौजूदगी में जिले के पंचायत सचिवों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में इस अवसर पर सर्वशिक्षा अभियान के जिला समन्वयक मुकेश द्विवेदी मौजूद थे।
इस अवसर पर जिला पंचायत सी.ई.ओ प्रवीण फुलपगारे सचिवों को संबोधित करते हुये कहा कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के मार्गदर्शन में आपदा में राहत और बचाव के संबंध में प्रशिक्षण दिया जा रहा है साथ में सभी विभागों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया चल रही है, आज पंचायत ग्रामीण विकास विभाग के जितने सचिव है, उनके दो सेशन में प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में आवश्यक बातों से उनको अवगत कराया गया है।
सी.ई.ओ फुलपगारे ने कहा ई.के.वाई.सी का काम किया जा रहा हैं। जो सचिव बिल्कुल भी काम नहीं कर रहे थे उन 6 सचिवों को निलंबित किया गया, हमको किसी कर्मचारी को निलंबित करने में बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। लेकिन अपने दायित्वों का निर्वहन ठीक से नहीं करेंगे तो फिर सजा के प्रावधान है। उन्होंने कहा ई.के.वाई.सी की प्रक्रिया आप ज्यादा से ज्यादा करें।
सी.ई.ओ फुलपगारे ने कहा आप सभी को रोजगार मेले के संबंध में बताया गया है, यह सिर्फ जानकारी नहीं है, आप लोगों को गहराई से देखना है, जिन जनपदों में रोजगार के लिए अन्य स्थानों पर जाने की स्थिति बनती है और जिन पंचायतों में यह ज्यादातर यह होता है। वहाँ के युवाओं के लिए रोजगार मेला 27 एवं 28 मई को लगाया जा रहा है। कलेक्टर श्री कोचर ने आज मीटिंग में निर्देश दिये हैं कि हर पंचायत से 20-20 युवा कम से कम इस शिविर में आयें और बड़ी संख्या में यहाँ से प्लेसमेंट की संभावना है, लगभग 3500 वेकेंसी हमको मिली हुई है और यह अच्छा मौका है कि गांव में युवा है जो रोजगार की तलाश में परिवार को छोड़कर दूर जा रहे हैं या ऐसी जगह पर काम कर रहे हैं। उन्होंने सचिवों से कहा युवाओं को रोजगार के लिए जरूर प्रेरित किया जाये । सोशल मीडिया के ग्रुप के माध्यम से और आपके पंचायत क्षेत्र के ग्रुप में युवाओं को को रोजगार मेले के संबंध में सूचना जरूर दें। जो परिचित युवा है, जो पंचायतों की ग्राम सभाओं में उपस्थित होते है, उनको भी बताए ताकि इन शिविरों का ज्यादा से ज्यादा रोजगार की दिशा में लाभ ले सकें।
जिला परियोजना समन्वयक सर्व शिक्षा अभियान मुकेश द्विवेदी ने कहा कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर के मार्गदर्शन में 15 मई से निरंतर नागरिक सुरक्षा की जो योजना जिला स्तर की बनायी गयी है उसको प्रत्येक कर्मचारियों को अवगत कराने के उद्देश्य से प्रशिक्षणों का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें आज ग्रामीण विकास विभाग के समस्त सचिवों को प्रशिक्षण 2 चरण में प्रशिक्षण 4-4 कक्षों में और अभी आपके सामने थियोरेटिकल उनका हो चुका है और प्रैक्टिकल चल रहा है। आगे भी प्रयास किया जायेगा की प्रशिक्षण बेहतर तरीके से हो, जिससे कि आगामी नागरिक सुरक्षा योजना में इनकी भूमिका भलीभाँति निभा सके। साथ ही उसके जो स्वयं सेवक होते हैं ,जिनकी आयु 18 से 50 वर्ष हैं, उनका पंजीयन भी होता है, तो उनका पंजीयन भी किया जा रहा हैं ताकि स्वयंसेवक के रूप में भी लोग अपनी सेवाएं दे सके।
प्लाटून कमांडर प्राची दुबे ने बताया कलेक्टर सर के निर्देशानुसार यहाँ प्रतिदिन हवाई हमला, नागरिक सुरक्षा, अग्निशमन, प्रथम उपचार एवं सायरन, रेड सायरन एवं ग्रीन सायरन पर जो कार्रवाई की जाती है, उसकी मॉकड्रिल का आयोजन किया जाता है, जिसमें सुबह से सैद्धांतिक प्रशिक्षण एवं दूसरी पारी में इसका व्यावहारिक प्रशिक्षण आपदा प्रबंधन की टीम द्वारा दिया जाता है। हमारे शासकीय भवनों में जो अग्निशामक यंत्र लगे हुए होते है, सर्वप्रथम उनकी जानकारी सभी को होनी चाहिए कि वह किस स्थान पर लगे हुए है, जिससे आगजनी की घटना कहीं होती है, तो तत्काल उसका उपयोग कर आग पर काबू पा सके। आग पर हमने काबू पा लिया तो हम जानमाल की सुरक्षा कर सकते है, और उसमें थोड़ी सी गलती कि तो भारी जनमाल का नुकसान हो सकता है।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा आपदा के समय नागरिक सुरक्षा हेतु पावरपाइंट के माध्यम से विस्तार से जानकारी दी गई। आपातकाल में नागरिक सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण, लोगो का बचाव, ध्वस्त ढॉचा पहचान की कार्यवाही, प्राथमिक सहायता सहित विभिन्न बिन्दुओं के बारे में बताया गया। अभी तक जिला अधिकारी, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, सीईओ जनपद पंचायत, पटवारियों को पूर्व में प्रशिक्षण दिया गया है। 20 एवं 21 मई को पुलिस विभाग का प्रशिक्षण होगा तदोपरांत आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं का प्रशिक्षण संपन्न होगा।
इस अवसर पर डॉ. मनीष संगतानी ने बेसिक लाइफ सपोर्ट की ट्रेनिंग देनी थी जो हमारी टीम ने आकर यहाँ पर दी है, इसमें घाव का कैसे बचाव करना है, खून कैसे रोकना है, फ्रैक्चर हुए पेशेंट को कैसे अस्पताल तक सुरक्षित पहुंचाना है, साथ में यदि किसी की श्वास रुक जाती है, धड़कन रुक जाता है जिसको हम बोलते हैं कार्डियक अरेस्ट और उस समय की कंडीशन में हमें बेसिक क्या फास्टेड देना है, आदि का सही तरीका क्या है यह सब हमने प्रशिक्षण यहाँ पर आकर दिया है।
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