सडक से गौवंश सुरक्षित कैसे किया जाए … सरकार नस्ल सुधार पर भी काम कर रही है – पुशपालन राज्यमंत्री लखन पटैल….

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सडक से गौवंश सुरक्षित कैसे किया जाए जिसके लिए 8 फरवरी को गौ-सेवको की

बैठक बुलाकर बनाई जाएगी योजना

मुख्यमंत्री की मंशा है कि सडक पर घूम रहे मवेशियों की व्यवस्था

हो जाए-संस्कृति राज्यमंत्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी

तेन्दूखेड़ा नगर की गौ-शाला में प्रदेश के राज्य मंत्रियो का किया गया सम्मान

दमोह : 06 फरवरी 2024

            जिले के तेन्दूखेड़ा नगर की आचार्य श्री विद्यासागर दयोदय पशु सेवा केंद्र गौशाला में प्रदेश के संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार धमेन्द्र सिंह लोधी एवं पशुपालन डेयरी विभाग के राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार लखन पटैल का सम्मान समारोह आयोजित किया। राज्यमंत्री द्वय ने गौशाला की पशुचिकित्सा केंद्र के साथ सम्पूर्ण गौशाला का निरीक्षण किया। सम्मान समारोह के कार्यक्रम में राज्यमंत्री द्वय श्री लोधी एवं श्री पटेल का भव्य स्वागत गौशाला प्रबंधन के द्वारा किया गया।

             इस दौरान संस्कृति राज्यमंत्री धमेन्द्र सिंह लोधी ने कहा हमारे मुख्यमंत्री की मंशा है कि सडक पर घूम रहे मवेशियों की व्यवस्था हो जाए। लेकिन हम जब तक गाय दूध देती है, जब तक गाय घर में रहती हैं लेकिन जब गाय दूध देना बंद कर देती है, तो उसे सड़क पर छोड देते है, ये हमारी भारतीय संस्कृति में नहीं हैं। हमारी संस्कृति में एवं हमारे शास्त्रों में गाय के अंदर सभी देवी देवता विराजमान होते है और गाय हमारे लिए पूज्यनीय है। पहले गाय को लोग पालते थे जिससे गाय आय का साधन होती थी, लेकिन अब आधुनिकता के कारण गायों का पालन बंद कर दिया है। जहां पर गाय पाली जाती है उस स्थान को एक तीर्थ स्थान घोषित होना चाहिए और गौशाला एक तीर्थ स्थान है। 

            पशुपालन एवं डेरी विभाग के राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार के लखन पटैल ने कहा जब मुझे यह विभाग मिला था, तो लोग पूछते थे कि यह कौनसा विभाग मिल गया है। लेकिन मैं मुख्यमंत्री को धन्यवाद देता हूं मंत्री मंडल में रहते गौ सेवा करने का पुण्य कमाने का मौका मिला है। गौसेवा को लेकर बहुत काम करने का प्रयास कर रहा हूं कि गौ-माता जो सड़क पर घूम रही वह सुरक्षित स्थान पर एवं सुरक्षा के साथ पालने की गारंटी हो, जिसके लिए अनेक लोगो से चर्चा की जा रही है। उन्होंने कहा 8 फरवरी को लगभग 40 गौ सेवकों को बुलाया हैं और इस विषय पर चर्चा की जाएगीं कि गौवंश को कैसे सड़क से हटा जा सकता है। इस बैठक में प्रदेश तथा प्रदेश के बाहर जो गौसेवा का काम कर रहे है। उन सभी लोगो को बुलाने का  खुला आमंत्रण दिया है। जिसके पास जो भी योजना हैं उसे बताए और गौवंश को सुरक्षित किया जाए। जिसके लिए सरकार के पास पैसों की कोई कमी नहीं है। आंकडे़ के अनुसार लगभग 8 लाख पशु बेसहारा है। लेकिन 25 प्रतिशत वास्तव में बेसहारा पशु है। लेकिन शेष ऐसे पशु है कि सुबह गाय आई तो दूध लगाया और छोड़ दिया फिर शाम को गाय का दूध लगाया और उसे सड़क पर छोड दिया। इस पर सुधार करना चाहता हूं। जब तक लोगों को ये जानकारी नहीं लगेगी कि आप लोग गलत कर रहे है, तब तक बड़ी कठनाई है। साथ ही सरकार नस्ल सुधार पर भी काम कर रही है। नस्ल सुधार की नई तकनीक में  लगभग 93 प्रतिशत बछिया का ही जन्म होगा। जिसके दो लाख यूनिट बनाए जा रहे है। जिसके लिए एक योजना बनाकर गांव गांव तक लोगों को जागरूक किया जाएगा।

            उन्होंने कहा नस्ल का सुधार कर बहुत सी समस्या का निराकरण किया जा सकता है। इसके अलावा ग्रामों में समूह बनाकर बेसहरा गौवंश को एकत्रित कर गौबर गैस बनाकर ग्राम में गैस की सप्लाई और बिजली भी बनाई जा सकती है। इसके लिए जन आंदोलन की आवश्यकता है। साथ ही कालेज के छात्रों को इस गौशाला में प्रशिक्षण के लिए 15 दिन पहुंचने के लिए कोशिश करता हूं। उन्होंने गौशाला के अध्यक्ष संजय पारसमणी जैन की सराहना करते हुए कहा ऐसे कम लोग होते हैं जो गौ सेवा की लिए निरतंर लगे रहते है। इसके अलावा गौशाला प्रबंधन के वक्ताओ ने भी अपने बात रखी। 

            इस दौरान नगर परिषद अध्यक्ष सुरेश जैन, रूपेश सेन, गोविन्द यादव, मूरत सिह, रश्मि साहू, संतोष भारती, प्रेमचंद प्रेमी, राकेश जैन, अभिषेक जैन, राजकुमार जैन, आकाश जैन, सोनू जैन, संजय कुमार जैन, अर्हंत सिंघई, अरविंद कुमार मोदी, सुधीर जैन, मोनू सिंघई, विवेक जैन, राकेश, अमरचंद जैन, अभिषेक जैन, आशीष श्रीजी, गोलू जैन सांगा जनप्रतिनिधिगण  तथा बड़ी संख्या में नागरिकगण मौजूद थे।

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