सब जीते कोई न हारा.. आये थे तलाक लेने और न्यायालय से हुये साथ-साथ विदा..

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सब जीते कोई न हारा

नेशनल लोक अदालत के माध्यम से न्यायालय में लंबित 812 प्रकरणों का हुआ निराकरण

पांच करोड़ नब्बे लाख से अधिक के हुये अवार्ड पारित

दमोह : 14 सितम्बर 2024

            म.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा दिये गये निर्देशानुसार परस्पर समझौते के आधार पर आमजन को त्वरित एवं सुलभ न्याय दिये जाने के उद्देश्य से नेशनल लोक अदालत जिला न्यायालय दमोह तथा तहसील न्यायालय, हटा, पथरिया, तेंदूखेड़ा में प्रधान जिला न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आनंद कुमार तिवारी के मार्गदर्शन में आयोजित की गई।

            जिला न्यायाधीश/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धर्मेश भट्ट ने बताया नेशनल लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित दाण्डिक, सिविल, मोटर दुर्घटना, कुटुम्ब न्यायालय में लंबित पारिवारिक मामले, चैक बाउंस, लंबित विद्युत के प्रकरणों के साथ-साथ बैंकों, दूरसंचार, विद्युत एवं नगर पालिका के प्रिलिटिगेशन प्रकरणों को निराकरण हेतु रखा गया। नेशनल लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु जिला मुख्यालय दमोह एवं तहसील हटा, पथरिया व तेंदूखेड़ा में न्यायाधीश/पीठासीन अधिकारी एवं 01 सुलहकर्ता सदस्य को नियुक्त किया जाकर कुल 22 खण्डपीठों का गठन किया गया था।

            प्रकरणों के निराकरण हेतु प्रधान जिला न्यायाधीश द्वारा नेशनल लोक अदालत के पूर्व व्यक्तिगत रूप से न्यायालयों में पहुंचकर उपस्थित पक्षकारों व अधिवक्तागण को राजीनामा के आधार पर अपने प्रकरण का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से किये जाने हेतु प्रेरित किया गया। इसी प्रकार तहसील न्यायालयों में भी व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर अधिवक्ताओं एवं न्यायाधीशगण के साथ चर्चा कर अधिक से अधिक प्रकरणों के निराकरण लोक अदालत के माध्यम से करवाये जाने हेतु प्रयास किया गया जिसके परिणाम स्वरूप नेशनल लोक अदालत में मोटर दुर्घटना के 81 प्रकरणों में कुल 02,80,12,000 के अवार्ड पारित किये गये। इसके अतिरिक्त न्यायालयों में लंबित 116 विद्युत, 85 चैक अनादरण, 389 दांडिक, 38 सिविल के लंबित प्रकरणों सहित 812 प्रकरणों का नेशनल लोक अदालत के माध्यम से निराकरण किया जाकर पांच करोड़ नब्बे लाख संतावन हजार सात सौ तीन रूपये के अवार्ड पारित किये गये, इसी प्रकार नेशनल लोक अदालत के माध्यम से प्रिलिटिगेशन के मामलों में 500 प्रकरणों का निराकरण किया गया जाकर सड़सठ लाख छप्पन हजार नौ सौ अठारह रूपये की वसूली की गई।

आये थे तलाक लेने और न्यायालय से हुये साथ-साथ विदा

कुटुम्ब न्यायालय में निराकृत हुये 17 प्रकरण

            कुटुम्ब न्यायालय दमोह में 17 लंबित प्रकरणों में पीठासीन अधिकारी अंजनी नंदन जोशी, प्रधान न्यायाधीश कुटुम्ब न्यायालय दमोह द्वारा पक्षकारों को समझाईश दी जाकर प्रकरणों में राजीनामा किये जाने हेतु प्रेरित किया, कुटुम्ब न्यायालय में तलाक हेतु  लंबित 02 प्रकरण, धारा 9 हिन्दू विवाह अधिनियम के 03 प्रकरण, भरण-पोषण के 07 प्रकरणों सहित कुल 17 लंबित प्रकरणों का निराकरण पक्षकारों की आपसी सहमति व राजीनामा के आधार पर किया गया। कुटुम्ब न्यायालय के समक्ष दो ऐसे प्रकरण जिसमें पक्षकारों के द्वारा न्यायालय में तलाक प्राप्त करने हेतु आवेदन प्रस्तुत किया था, ऐसे प्रकरणों में पक्षकारों ने एक दूसरे के भविष्य को देखते हुये राजीनामा किया और न्यायालय से साथ-साथ विदा हुये।

            यह नेशनल लोक अदालत सभी न्यायाधीशों एवं सभी अभिभाषक बंधुओं, जिला प्रशासन, पत्रकार बंधुओं जिला न्यायालय एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समस्त स्टॉफ के सहयोग से सम्पन्न हुई। जिला विधिक सहायता अधिकारी रजनीश चौरसिया ने सभी के सहयोग हेतु आभार व्यक्त किया। नेशनल लोक अदालत में निराकृत प्रकरणों में पक्षकारगण को वन विभाग द्वारा उपलब्ध कराये गये फलदार पौधों का भी वितरण किया गया।

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