स्वदेशी मेला सातवां दिवसः सांस्कृतिक गतिविधियों ने बांधा शमा..बुंदेलखंडी संस्कृति के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन..सिध्द चक्र विधान के अंतिम दिन 1024 अर्घ्य समर्पित, विश्व शांति महायज्ञ और शोभायात्रा से समापन आज..

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स्वदेशी मेला सातवां दिवसः सांस्कृतिक गतिविधियों ने बांधा शमा..
उद्यमी सम्मेलन और स्वदेशी परिधान रहे आकर्षण का केंद्र

दमोह। 
शहर के तहसील मैदान में स्वर्णिम भारत फाउंडेशन के द्वारा आयोजित किया जा रहे 11 दिवसीय स्वदेशी मेला महोत्सव में प्रतिदिन रंगारंग मंचीय प्रस्तुतियों के साथ स्वदेशी और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं. इसी क्रम में मेला के सातवें दिन बुधवार को आयोजन समिति के द्वारा स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उद्यमिता समागम कार्यक्रम में आयोजित किया हैं. कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में प्रजातंत्र गंगेले, प्रताप पटैल, नरेंद्र बजाज, व्यवस्थापक मनोहर पथरोल, श्रीमती अंशु, सुनीता गुप्ता, सुनील जी सागर विशेष रूप से मौजूद हैं.

इस दौरान समागम में शामिल हुए युवा उद्यमियों ने बुंदेलखंड क्षेत्र में विभिन्न रोजगारों को लेकर अपने विचार रखें और साथ ही साथ आगामी समय में क्षेत्र में नए और बेहतर रोजगार उपलब्ध कराए जाने को लेकर अपनी योजनाओं को साझा किया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वरोजगार की ओर आकर्षित करने सहित दूसरों के लिए भी रोजगार उपलब्ध करने के लिए सक्षम बनाना था.अंत में सभी उद्यमियों का तिलक वंदन, अंग वस्त्र व प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया. कार्यक्रम का संचालन रश्मि वर्मा, जुगल अग्रवाल ने किया. कार्यक्रम में मेला संयोजक डॉ सोनल राय, मेला पालक दीपक तिवारी, सागर जिला सह संयोजक सुनील, सह संयोजक राम पटेल, सौरभ दुबे, अमर सिंह राजपूत, रिंकेश साहू की विशेष उपस्थिति रही. आभार प्रताप पटेल ने व्यक्त किया.


 दमोह सांसद की उपस्थिति में आयोजित हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम
इसी कड़ी में देर शाम आयोजित किया जा रहे मंचीय कार्यक्रमों में बुधवार को लोकसभा क्षेत्र दमोह के सांसद राहुल सिंह लोधी मुख्य अतिथि अध्यक्षता पूर्व विधायक सोना बाई, विशिष्ट अतिथि बलवीर सिंह सलूजा, राजेंद्र सिंह बग्गा, सोनू सोधिया, कल्पित साहू, डॉक्टर सोनल राय, प्रदीप राजपूत, समीक्षा जैन, राजीव अयाची, मनु मिश्रा, संदीप खरे के द्वारा दीप प्रज्वलन कर सांस्कृतिक गतिविधियों की शुरुआत की. इस दौरान राहुल सिंह लोधी ने मेला की तारीफ की. सांस्कृतिक गतिविधियों के क्रम में सरस्वती शिशु मंदिर की नन्ही बालिकाओं द्वारा पिता के स्नेह और महत्व को बताते हुए एक भावपूर्ण प्रस्तुति दर्शकों के सामने प्रस्तुत की गई. जिसका निर्देशन रंगकर्मी पंकज चतुर्वेदी के द्वारा किया गया था. इसके बाद स्वदेशी परिधान के महत्व को दर्शाते हुए नारी -गौरव की प्रस्तुति दी गई. जिसमें आयोजन समिति में शामिल महिलाओं ने स्वदेशी वस्त्रों पर आधारित खादी के उन्नयन पर अपनी प्रस्तुति दी. कार्यक्रम के अंत में भजन प्रतियोगिता के साथ रहली के दिव्यांग बच्चों द्वारा उमेश वेद के नेतृत्व में मोनिया नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी गई.


 हनुमान लीला ने लोगों का मन मोहा
इसके पूर्व मंगलवार को स्वदेशी मेला के मंच की प्रस्तुति में युवानाथ मंच द्वारा संगीत में हनुमान लीला का मंचन किया गया. भगवान श्री हनुमान के जीवन चरित्र उनकी लीलाओं और आमजन के जीवन में उनके साथ को दिखाती हनुमान लीला में 30 से अधिक कलाकारों ने विभिन्न भूमिकाओं के माध्यम से मेले में आए अतिथियों और दर्शकों का मन मोह लिया. हनुमान लीला में बाल हनुमान के चरित्र चित्रण से लेकर महाकाव्य रामायण की चुनिंदा घटनाओं को मंच पर संगीत और अभिनय के माध्यम से उतरा गया. उसमें श्री हनुमान को प्राप्त हुई शक्तियां, हनुमान और श्री राम का मिलन, श्री राम की अयोध्या वापसी और राम दरबार का चित्रण मनभावक और मनमोहक था. राम के वनवास से अयोध्या वापस लौटने वाले दृश्य में उपस्थित दर्शकों और अतिथियों ने ही पुष्प वर्षा कर प्रभु श्री राम माता सीता भगवान हनुमान सहित लक्ष्मण का स्वागत किया. जिसमें श्री हनुमान लीला निदेशक राजीव अयाची, संगीत संयोजन किशन राय, लेखक योगेश त्रिपाठी, सहयोग जनजातीय कला व बोली विकास अकादमी भोपाल रही. श्री हनुमान लीला में विशेष रूप से अनिल खरे, देवेश श्रीवास्तव, संजय श्रीवास्तव, राजेश खरे, बृजेंद्र राठौर,एडवोकेट मनीष नगाइच, अमृता जैन, पंकज चतुर्वेदी, शिवानी वाल्मीकि, दीक्षा सेन, लक्ष्मी शंकर रघुवंशी, पारस गर्ग, नयन खरे, अनुनय व अनुभव श्रीवास्तव, अभय खरे, देवांश सिंह राजपूत, ऋषि खरारे, विवेक गर्ग, वैष्णवी चौरसिया,नैंसी गुप्ता, रिया यादव, प्रिया यादव,अपूर्वा अयाची, आयूषी अयाची, पीहू अयाची, सानिध्य खरे और भी टीम का विशेष योगदान रहा.


 पारंपरिक गीत भजन प्रतियोगिता का आयोजन
दमोह के तहसील ग्राउंड में आयोजित स्वदेशी मेला में पारंपरिक गीत भजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें सभी भजन मंडली ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी. भजन प्रभारी श्रीमति नीता मिश्रा, अलका शर्मा, सविता गुप्ता रही. इस कार्यक्रम की जज श्रीमती शोभा जैन, श्रीमती अंजू खत्री व कीर्ति वर्मन रहीं. श्रीमती ऋतु अग्रवाल प्रतियेगिता संयोजिका थी.इस दौरान विशेष रूप से डॉक्टर मोनिका पालीवाल मौजूद रही. सभी प्रतियोगियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में बहुत मेहनत की,आभार प्रदर्शन नीता मिश्रा ने किया.
 हनुमान लीला के कलाकारों में.. आज की प्रस्तुतियां
स्वदेशी मेले में गुरुवार को होने वाले मंच के कार्यक्रमों की श्रृंखला में अनहद कला केंद्र से बच्चों की प्रस्तुतियां सहित लोकेंद्र ग्रुप अपनी प्रस्तुति देगा. इस दौरान स्थानीय कलाकार भी मंच के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे. अन्य आयोजनों में सामाजिक खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन मैदान परिसर में किया जाएगा।

बुंदेलखंडी संस्कृति के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
दमोह
। उन्मुक्त सर्वजन कल्याण समाजसेवी संस्था दमोह द्वारा बुंदेलखंडी संस्कृति के संवर्धन एवं संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए संस्कृति संचालनालय भोपाल म.प्र.के सहयोग से दो दिवसीय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन ग्राम अमझिर माड़ियादो में किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इसके बाद संस्था समन्वयक द्वारा कार्यक्रम आयोजन के संबंध में संक्षिप्त जानकारी देकर कहा कि सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं स्थानीय पारंपरिक विधाओं एवं कलाकारों को मंच प्रदान करने के उद्देश्य से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इसी क्रम में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके बाद स्थानीय कलाकारों द्वारा बुंदेली भाषा मे लोकगीत, दीवारी एवं भजनों की प्रस्तुतियां दी गयी। एवं सामाजिक कुरूतियों व नशा मुक्ति उन्मूलन हेतु शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम के अंत मे प्रतिभागियों को पुरुस्कार वितरण कर मेडल से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में रामसिंह आदिवासी, केतार आदिवासी, गुलाब, विन्द्रावन, पूनम आदिवासी, मनीषा आदिवासी के साथ बड़ी संख्या में ग्रामीण जनों की उपस्थिति रही।

सिध्द चक्र विधान के अंतिम दिन 1024 अर्घ्य समर्पित, विश्व शांति महायज्ञ और शोभायात्रा से समापन आज
दमोह।
 श्री पारसनाथ दिगंबर जैन नन्हे मंदिर जी मे आचार्य श्री समय सागर जी महाराज के आशीर्वाद एवं मुनि श्री सुब्रत सागर जी महाराज के सानिध्य में श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान का आयोजन भक्ति भाव के साथ चल रहा है। विधान के अंतिम दिन बुधवार को 1024 अर्घ्य समर्पित किए गए। गुरुवार को विश्व शांति महायज्ञ उपरांत श्री जी की शोभायात्रा से कार्यक्रम का समापन होगा।


दिगंबर जैन धर्मशाला प्रवचन हाल परिसर में स्थापित भव्य समोसारण में चल रहे श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान के सातवें दिन भक्ति भाव के साथ 1024 अर्घ्य समर्पित किए गए। इस अवसर पर सुबह श्री जी के अभिषेक उपरांत चार श्रावक जनों मैं शांति धारा करने का सौभाग्य प्राप्त किया। तत्पश्चात मुनि श्री सुब्रत सागर जी ने विधान पूजन प्रारंभ करते हुए सिध्द चक्र महामंडल विधान की महिमा को बताया और इसे पर अवसर के अलावा भी करके धर्मानजन करने को कहा। ब्रह्मचारी स्वतंत्र भैया ने समधुर अर्घ्य चढ़वाते हुए मुलायक श्री पारसनाथ भगवान की चांदी की वेदिका जी के निर्माण हेतु रजत दान हेतु सभी को प्रेरित किया।


शिवनगर पंचकल्याणक समिति ने मुनि श्री को श्रीफल भेंट किए– विधान अवसर पर बुधवार को प्रतिष्ठा कर आशीष शास्त्री के साथ शिवनगर पंचकल्याणक समिति के पदाधिकारी नन्हे मंदिर पहुंचे। जहां उन्होंने मुनि श्री सुब्रत सागर जी महाराज के समक्ष श्रीफल समर्पित करते हुए शिवनगर में होने वाले पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव में सानिध्य प्रदान करने का निवेदन किया। साथ ही प्रतिष्ठाचार्य सुरेश शास्त्री एवं अन्य भैया जी से भी निवेदन किया गया। उल्लेखनीय की शिवनगर में नवीन विद्यालय निर्माण अवसर पर पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन 4 दिसंबर से प्रारंभ हो रहा है। आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के अंतिम आशीर्वाद प्राप्त पंचकल्याणक में आचार्य श्री समय सागर जी महाराज के आशीर्वाद से निर्यापक श्रमण श्री अभय सागर जी महाराज संघ का सानिध्य प्राप्त हो रहा है। जिनके दमोह आगमन को लेकर जोरदार तैयारी भी चल रही हैं। इधर पंचकल्याणक को लेकर आयोजन समिति की बैठकों का दौर भी लगातार जारी है।
विधान सभापन पर 24 शांति धारा, हवन, शोभायात्रा आज- श्री सिद्ध चक्र महामंडल विधान सानंद संपन्न होने के साथ गुरुवार को प्रातः 7 बजे से जैन धर्मशाला परिसर में एक साथ 24 शांति धारा मुनि श्री सुब्रत सागर जी महाराज के मुखारविंद से संपन्न होगी। इसके बाद विश्व शांति महायज्ञ का आयोजन होगा तत्पश्चात 9ः30 बजे से श्री जी की शोभायात्रा सिटी नल से प्रारंभ होगी। जो पुराना थाना, टॉकीज, सराफा, घंटाघर, पलन्दी मंदिर, धगट चौराहा, चौधरी मंदिर बड़ा मंदिर होते हुए सिटी नल पर संपन्न होगी। नन्हे मंदिर कमेटी के अध्यक्ष नवीन निराला ने सभी कार्यक्रमों में शामिल होने की अपील सकल जैन समाज से की है।

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