सार्थक ऐप से घबराने की जरूरत नही.. सार्थक एप सच्चे अर्थो में सरकार के उद्देश्यों को सार्थक करने वाला ऐप…

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दमोह। सार्थक एप सच्चे अर्थो में सरकार के उद्देश्यों को सार्थक करने वाला ऐप- कलेक्टर कोचर…..

कलेक्टर ने शिक्षक साथियों से कहा सार्थक ऐप से घबराने की जरूरत नहीं……..

विद्यार्थियों के लिये, शिक्षकों के लिये सभी के लिये यह बहुत लाभदायक है….

कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने जिले के नागरिकों से कहा है सार्थक ऐप जैसा कि इसका नाम है, यह सच्चे अर्थों में सरकार के उद्देश्यों को सार्थक करने वाला ऐप है…….

इस ऐप में सबसे बड़ा फीचर जिसे उपयोग किया जा रहा हैं, बहुत पहले इसे स्वास्थ्य विभाग में उपयोग किया जा रहा हैं और अब इसे शिक्षा विभाग में लागू करने का काम किया है…….

कलेक्टर कोचर ने कहा किसी भी शासकीय कर्मचारियों की शासकीय कार्यालय में उपस्थित अनुशासित होती है, जब कोई व्यक्ति अपने ऑफिस पहुंचता है या स्कूल पहुंचता है तो स्कूल पहुंचने का समय और वापस जाने का समय, दोनों समय का उसमें लॉग क्रिएट होते हैं और यदि आप समय पर नहीं पहुंचाते हो तो पता चल जाता है और समय पर पहुंचते हो तो पता चल जाता है…….

उसमें व्यक्ति के जीपीएस कोऑर्डिनेट्स भी आ जाते हैं, तो यह भी समझ में आ जाता है कि आप कहां से अपनी लोकेशन भेज रहे हैं…….

उन्होंने कहा कहने का मतलब यह है कि यह एक बहुत बड़ा सुशासन का टूल है…….

कलेक्टर ने कहा राज्य सरकार ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें यह कहा गया है कि मध्य प्रदेश में सभी कार्यालय सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक खुलेंगे…….

इसका उद्देश्य यही है कि सभी लोग अपने समय पर कार्यालयों, में स्कूलों में पहुंचे…

जब आप समय से अपने कार्यालयों और स्कूलों में पहुंच जाते हो तो उसके दो बड़े लाभ होते हैं, पहले लाभ यह होता है कि आप उस पूरे समय के लिए उस विद्यालय में रहते हो……

आपका अधिकतम लाभ बच्चों को प्राप्त हो जाता है और दूसरा सबसे बड़ा फायदा यह है कि इससे सरकार के जो उद्देश्य हैं, स्कूल शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग या किसी भी विषय को लेकर उन्हें पूरा कर पाते हैं…….

यदि टीचर पूरे समय उपलब्ध है तो वह पाठ्यक्रम समय पर पूरा कर पाएगा, यदि वह उपस्थित नहीं है तो समय सारणी का पूरा पालन नहीं हो पाएगा……

इस प्रकार से विद्यार्थियों के लिए, शिक्षकों के लिए सभी के लिए यह बहुत लाभदायक है……

स्वास्थ्य विभाग में यह बहुत पहले से चल रहा है इसे स्कूल शिक्षा विभाग में भी लागू किया है…….

उन्होंने बताया साल 2023-24 में दमोह जिले में रिजल्ट, अपेक्षित परिणाम अनुसार परीक्षा में नहीं आए हैं, चाहे पांचवी, आठवीं, दसवीं या कक्षा बारहवीं हो……

जिला प्रशासन ने ठाना है कि इस बार सत्र 2024-25 में जिले को टॉप 10 जिलों में शामिल होना है और इसके लिए पूरा शिक्षा विभाग कमिटेड है……..

सभी लोग कमिटेड है। सारे शिक्षक संघो ने भी कहा है कि पूरे कमिटमेंट के साथ काम करेंगे……

अभी पहले 3 महीने हम इसकी एक संस्कृति विकसित करने का काम कर रहे हैं। सभी लोग सार्थक ऐप को डाउनलोड करें, इसका उपयोग करें…….

ऐसे समय में जबकि कल्चर का विकास होता है, उस समय में किसी प्रकार की नेगेटिव या अनुशासनात्मक कार्यवाही लोगों पर की जाए, ऐसा कोई मंत्र नहीं है , लेकिन जो पहली त्रैमासिक परीक्षा होगी, उस त्रैमासिक परीक्षा में रिजल्ट सामने आ जाएंगे की कैसा काम हो रहा है और उसके बाद इसको बहुत एग्रेसिवली लागू करेंगे , फिर उसके बाद यदि कोई व्यक्ति इस तरह से करता है तो हम उसके कुछ पैरामीटर बनाएंगे, मॉनिटरिंग का पूरा सिस्टम लागू किया जाएगा और यदि कोई लगातार अनुशासनहीनता करता है तो फिर उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की जाएंगी

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