दमोह : नगर पालिका दमोह जल प्रदाय शाखा उपयंत्री ने नगर निरीक्षक कोतवाली दमोह को सबंधित के विरूद्ध पानी चोरी एवं शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुँचाने की प्राथमिकी दर्ज करने के सबंध में पत्र लिखा हैं। पत्र में कहा गया कि निकाय के जल प्रदाय कर्मचारी लक्ष्मण रैकवार (प्लंबर) द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर नगर के आसाटी वार्ड 01 में बहराम टाकीज के सामने पोस्ट ऑफिस के बाजू गली में राजकुमार उर्फ राजू अवस्थी/ रामेश्वर द्वारा अवैध नल कनेक्शन किया गया हैं।
एक राष्ट्र एक छात्र आईडी एवं स्वचलित स्थायी शैक्षणिक खाता
रजिस्ट्री आईडी तैयार की जाये
जिले के समस्त विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक जनपद
शिक्षा केन्द्रों को दिये गये निर्देश
दमोह : 24 नवम्बर 2024
एक राष्ट्र एक छात्र आईडी (One Nation, One Student ID) के परिपालन में शालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों की स्वचालित स्थायी शैक्षणिक खाता रजिस्ट्री (Automated Permanent Academic Account Registry (APAAR) आई.डी. तैयार किये जाने के निर्देश भारत सरकार द्वारा जारी किये गये हैं। जिला शिक्षा अधिकारी एसके नेमा ने जिले के समस्त विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक जनपद शिक्षा केन्द्र से कहा है अपार (APAAR) आई.डी. 12 अंकों का कोड है, यह आई.डी. विधार्थी के आधार नंबर से लिंक रहेगा। अपार आई.डी. में विद्यार्थी की उपलब्धियां जैसे- परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, क्रेडिट स्कोर, छात्रवृति, सिखाने के परिणामों के अतिरिक्त विद्यार्थी की अन्य उपलब्धियों को डिजिटल रूप से संग्रहित करने में सहायक होगी। विद्यार्थी शैक्षणिक प्रगति की ट्रैकिंग करने के अतिरिक्त विद्यार्थी किसी भी स्थान से किसी भी समय अपने प्रमाणिक शैक्षणिक अभिलेख तक पहुँच सकता है। अपार आई.डी. की सहायता से शैक्षणिक संस्थानों के बीच स्थानांतरण, कौशल विकास, नौकरी या उच्च शिक्षा के लिए आवेदन करते समय सुविधा होगी।
अपार आई.डी. जनरेट करने हेतु कार्यवाही
जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया विद्यार्थी की प्रमाणिक जानकारी जैसे नाम, पिता का नाम, माता का नाम, जन्म दिनांक, जेंडर, आधार नंबर, चाइल्ड प्रोफाइल एंट्री कम्पलीट होना चाहिये और आधार सत्यापित (validated) होना चाहिये। विधार्थी का प्रोफाइल में नाम और आधार कार्ड में नाम एक सामान होना चाहिये। अभिभावक का मोबाइल नंबर (कार्यशील) और कोई एक पहचान पत्र आवश्यक है।
APAAR आई.डी. जनरेट करने की प्रक्रिया
उन्होंने कार्य के महत्त्व को ध्यान में रखते हुए इसके क्रियान्वयन एवं समन्वय हेतु जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) को कक्षा 1 से 8 तक संचालित सभी स्कूलों के लिये नोडल अधिकारी नियुक्त किया है, समय सीमा में सभी विद्यार्थियों की APAAR आई.डी. जनरेट करने जिले में 20 एवं 21 नवम्बर अपार दिवस मनाया जाये, अपार आई.डी. का प्रचार प्रसार किया जाये। अभियान चलाकर सभी अभिभावकों और स्कूलों में अपार आई.डी. का महत्व और उपयोग समझाया जाये। उक्त दिवसों में अधिकतम अपार आई.डी. निर्माण का लक्ष्य रखा जाये। विद्यार्थियों के आधार नंबर के लिये एवं आधार कार्ड में सुधार के लिये अधिक से अधिक कैंप का प्रावधान किया जाये। विकासखंड स्तर पर अपार आई.डी. निर्माण के क्रियान्वयन एवं समन्वय हेतु बीआरसी को नोडल नियुक्त किया जाये ।
उन्होंने कहा जिले में व्ही.सी. के माध्यम से विकासखंड के नोडल और सभी स्कूलों के प्रभारियों का अपार आई.डी. निर्माण हेतु उन्मुखीकरण किया जाये, साथ ही निरंतर व्ही.सी. आयोजित कर प्रगति की समीक्षा की जाये। अपार आई.डी. जनरेट करने के लिये स्कूल के एक शिक्षक को प्रभारी नियुक्त किया जाये। स्कूल स्तर पर सभी विद्यार्थियों की अपार आई.डी. बनाने का कार्य प्रभारी शिक्षक द्वारा किया जायेगा। विकासखंड में अधिक नामांकन और बड़े स्कूलों को पहले चरण में आई.डी. निर्माण के लिये टारगेट किया जाये। जिले में बीआरसीसी एवं जन शिक्षकों को प्रति दिवस मॉनिटरिंग हेतु उत्तरदायित्व का निर्धारण किया जाये। प्रतिदिन की प्रोग्रेस की मॉनिटरिंग करने हेतु प्रपत्र तैयार किया जाये।
स्कूल स्तर पर अपार आई.डी. के लिए किये जाने वाले कार्य
उन्होंने कहा शिक्षक पी.टी.ए. मीटिंग आयोजित कर के निर्धारित प्रपत्र क्र.-2 में अभिभावक की सहमति प्राप्त करेगें। साथ ही सहमति प्रपत्र में अभिभावक का मोबाइल नंबर (कार्यशील) भी अंकित कर लें और विद्यार्थी के आधार कार्ड की छाया प्रति अवश्य प्राप्त की जाये। अभिभावक के सहमति प्रपत्र में भरी जानकारी की जाँच कर के स्कूल के प्राचार्य/ प्रधान अध्यापक अथवा प्रभारी द्वारा सत्यापन किया जाये। सभी सहमति प्रपत्रों को सुरक्षित रखा जाना है। प्रभारी शिक्षक स्कूल यूजर से एसडीएमएस पोर्टल में लॉग इन करके, सत्र 2024-25 में स्टूडेंट प्रोफाइल में जा कर “अपार मोडूयल” से सभी विद्यार्थियों की अपार आई.डी. को जनरेट करें। प्रपत्र-2 में प्रक्रिया को बिंदु वार समझाया गया है। किसी प्रकार की संभावित समस्याओं के निराकरण के लिए विस्तृत निर्देश और ट्रेनिंग के विडियो वेब साईट https://apaar.education.gov.in/resource पर उपलब्ध है और टोल फ्री नंबर 18008893511 पर संपर्क किया जा सकता है।
विकासखंड स्तर पर अपार आई.डी. के लिए किये जाने वाले कार्य
अपार आई.डी. के लिये प्राथमिकता पर एसडीएमएस पोर्टल में पेंडिंग सभी चाइल्ड प्रोफाइल एंट्री तत्काल पूर्ण करें। एस.डी.एम.एस. पोर्टल पर दर्ज सभी विद्यार्थियों की स्कूल-वार और कक्षा-वार सूची निकाल कर संबंधित जन शिक्षा केंद्र को भेज कर विद्यार्थी के नाम का आधार कार्ड में अंकित नाम से मिलान एवं इसमें आवश्यकतानुसार नाम अपडेट होना चाहिये। विद्यार्थी के नाम में एक लेटर की त्रुटी सुधार की सुविधा एसडीएमएस पोर्टल के स्कूल यूजर पर एक बार सुधार की सुविधा है। किंतु नाम में अधिक त्रुटी होने की स्थिति में निर्धारित फॉर्मेट एस-03 की सहायता से जिला अथवा विकासखंड यूजर से सुधारा जा सकता है। जिला स्तर और विकासखंड स्तर पर फॉर्मेट एस-03 के माध्यम से सभी स्टूडेंट्स की डेमोग्राफिक जानकारी में संशोधन किया जाये।
मॉनिटरिंग
अपार आई.डी. निर्माण की डेली प्रोग्रेस की मॉनिटरिंग के लिए आवश्यक डैशबोर्ड एवं स्कूल- वार सूची एसडीएमएस पोर्टल में जिला शिक्षा अधिकारी, जिला अथवा विकासखंड के यूजर पर उपलब्ध है। अतः जिला परियोजना समन्वयक (डीपीसी) और बीआरसी प्रतिदिन शाम को अपार आई.डी. निर्माण के प्रोग्रेस की मॉनिटरिंग कर तथा प्रोग्रेस बढ़ाने के लिये आवश्यक कार्यवाही की जाये। UDISE पोर्टल पर 30 नवंबर 2024 तक शालाओं में अध्ययनरत विद्यार्थियों की अपार आई.डी. तैयार किया जायेगा, साथ ही इस कार्य को साप्ताहिक लंबित प्रकरणों की समीक्षा बैठक भी आयोजित की जायेगी।
छात्रों, अभिभावकों और स्कूलों के लिए अपार (APAAR) आईडी का उपयोग
अपार आईडी अद्वितीय प्रकृति की होगी और एक राष्ट्र, एक छात्र आईडी के रूप में काम करेगी जो सभी उपयोग के उद्देश्यों के लिए छात्रों को पहचान देगी और छात्रों को एक स्कूल से दूसरे स्कूल, राज्य आदि में स्थानांतरित करना आसान होगा। यह छात्रों को अपनी आईडी के साथ सशक्त बनाएगा। यह विशिष्ट आईडी आजीवन रहेगी और शैक्षिक संसाधनों तक पहुंचने में भी मदद करेगी। अपार आईडी छात्रों की शैक्षिक प्रगति और उपलब्धि पर नज़र रखने के लिए उपयोगी होगी। अपार आईडी ड्रॉपआउट छात्रों की निगरानी और उन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए उपयोगी होगी।
अपार आईडी डिजिलॉकर इकोसिस्टम तक पहुंचने का प्रवेश द्वार होगा जो छात्रों की सभी उपलब्धियों जैसे परीक्षा परिणाम, समग्र रिपोर्ट कार्ड, स्वास्थ्य कार्ड, सीखने के परिणामों के अलावा छात्रों की अन्य उपलब्धियों खेल, कौशल प्रशिक्षण या कोई भी क्षेत्र चाहे वह ओलंपियाड हो, को डिजिटल रूप से संग्रहीत करेगा। छात्र भविष्य में अपनी उच्च शिक्षा या रोजगार के उद्देश्य के लिए क्रेडिट स्कोर का उपयोग कर सकते हैं। अपार आईडी का उपयोग कई उपयोग के मामलों के लिए भी किया जाएगा, जैसे एनटीए द्वारा आयोजित प्रवेश परीक्षा, प्रवेश, छात्रवृत्ति वितरण, सरकारी लाभ का हस्तांतरण, पुरस्कार जारी करना, छात्रों, शिक्षकों और अन्य उपयोगकर्ताओं के लिए मान्यता आदि।
स्कूलों के लिए कार्यान्वयन बिंदु
कक्षा-1 से कक्षा 8 तक प्राथमिकता देते हुए चरणबद्ध तरीके से अभिभावक-शिक्षक बैठक (पीटीएम) आयोजित की जाये। पीटीएम के लिए स्कूल प्राधिकृत माता-पिता में से किसी एक को उनके आधार कार्ड या किसी अन्य फोटो पहचान पत्र के साथ आमंत्रित किया जा सकता हैं। अभिभावक अपने साथ स्कूल में अध्ययनरत विधार्थी के आधार कार्ड की छाया प्रति भी लेकर आयें। सहमति के साथ ही अभिभावक के कार्यशील मोबाइल का नंबर भी नोट कर लें। प्रत्येक पीटीएम में अपार पर 15-20 मिनट का जागरूकता सत्र आयोजित किया जाये। पीटीएम के दौरान छात्रों और अभिभावकों को अपार पर विस्तृत जानकारी प्रदान की जाये। अपार परिचय वीडियो और दस्तावेज़ (एफएक्यू) को पीटीएम के दौरान वितरित या दिखाया जा सकता है। सुनिश्चित किया जाये कि अपार आईडी निर्माण के लिए माता-पिता की सहमति भौतिक रूप से एकत्र की गई है। पीटीएम के बाद अपार आईडी बनाने के लिए अभिभावकों को रुकने के लिए कहने की आवश्यकता नहीं है। यूडीआईएसई़+ पोर्टल के तहत एकत्र किए गए छात्र का नाम, पिता/माता का नाम, लिंग, जन्म तिथि और अन्य आवश्यक विवरणों को सत्यापित और प्रमाणित करें और यह सभी छात्र के आधार कार्ड के विवरण से मेल खाना चाहिए।
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